Ayodhya Ram Mandir : जैसे ही 23 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर को जनता के लिए खोला गया, मंदिरों के इस शहर में रियल एस्टेट बूम ने भी सुर्खियां बटोरनी शुरू कर दीं। अयोध्या में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में तेजी आई है और प्रॉपर्टी के प्रति वर्ग फुट भाव में भी भारी बढ़त देखने को मिली है। वास्तव में आयोध्या में रियल एस्टेट की कीमतों में 2017 से ही बढ़त शुरू हो गी थी।2019 में सुप्रीम कोर्ट (एससी) के फैसले के बाद इसमें और तेजी आई। अयोध्या जिले के स्टांप और पंजीकरण विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2017 से 2022 के बीच संपत्ति पंजीकरण में 120 फीसदी की बढ़त हुई है।
ब्रोकरों का कहना है कि देवकाली, चौदह कोसी परिक्रमा, रिंग रोड, नयाघाट और लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग के किनारे के इलाके ऐसे कुछ क्षेत्र हैं जहां प्रॉपर्टी के भाव में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिल रही है। उनका कहना है कि ये क्षेत्र मंदिर के 6-20 किलोमीटर के दायरे में स्थित हैं और अयोध्या में निवेश के लिए सबसे अच्छे हैं।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला और उसके बाद
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले, 2017 में अयोध्या में 13,542 प्रॉपर्टीज रिस्टर की गईं थीं। 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 29,889 हो गया। एक अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा “2023 के लिए संपत्ति पंजीकरण के आंकड़े अभी भी जुटाए जा रहे हैं। उनके 35,000 से ऊपर जाने की संभावना है। ”
ANAROCK समूह के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा “न केवल स्थानीय लोगों बल्कि अयोध्या के बाहर के निवेशकों की ओर से भी मांग बढ़ रही है। फैसले के तुरंत बाद 2019 में शहर में संपत्ति की कीमतें लगभग 25-30 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है”।
पुरी ने कहा ने आगे “2019 में, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, बाहरी इलाके (फैजाबाद रोड पर) में जमीन की कीमतें लगभग 400-700 रुपये प्रति वर्ग फुट तक बढ़ गई थीं। शहर की सीमा के भीतर, इस दौरान औसत कीमतें 1,000 – 2,000 रुपये प्रति वर्ग फुट के बीच थीं। हालांकि, अक्टूबर 2023 तक, अयोध्या के बाहरी इलाके में जमीन की औसत कीमतें 1,500 रुपये से 3,000 रुपये प्रति वर्ग फुट के बीच बढ़ गई हैं। शहर की सीमा के भीतर के क्षेत्रों के लिए, औसत कीमतें 4,000 रुपये से 6,000 रुपये प्रति वर्ग फुट के बीच बढ़ गई हैं। इस प्रकार, 2019 और 2023 के बीच औसत कीमतों में उल्लेखनीय उछाल आया है”।
लगभग दो हफ्ते पहले, बॉलीवुड सेलिब्रिटी, 81 वर्षीय अमिताभ बच्चन ने, मुंबई स्थित डेवलपर द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा (HoABL) के अयोध्या में स्थित 7-स्टार मिलेजुले उपयोग वाले एन्क्लेव, द सरयू में एक प्लॉट खरीदा था। बच्चन ने 14 करोड़ रुपये से ज्यादा में 10,000 वर्ग फुट का प्लॉट खरीदा है। HOABL ने 22 जनवरी को अयोध्या में 25 एकड़ की प्लॉट वाली एक डेवलपमेंट प्रोजेक्ट भी लॉन्च किया है। इसमें पहले चरण में 1,250 वर्ग फुट के प्लॉट 1.72 करोड़ रुपये में बेचे जा रहे हैं।
अयोध्या के स्थानीय रियल एस्टेट ब्रोकर राजीव गुप्ता ने कहा कि अगस्त 2020 में राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद अयोध्या में संपत्ति की कीमतें 5-8 गुना बढ़ गई हैं। आकार, स्थान और मंदिर के साथ निकटता के आधार पर भूमि और संपत्ति की दरों में उतार-चढ़ाव होता है।
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म गीतांजलि होमस्टेट के संस्थापक सुनील सिसौदिया ने कहा कि अयोध्या में निवेश करना अच्छा रहेगा। उन्हेंने कहा “शहर के बेहतर लोकेशन और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसी आगामी मेगा परियोजनाओं ने भूमि और संपत्ति की कीमतों को बढ़ा दिया है। हाल के रुझानों से अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले सालों में यहां किए जाने वाले निवेश पर कम से कम 8-10 फीसदी आरओआई (निवेश पर रिटर्न) मिल सकता है। यहां तमाम डेवलपर्स और होटल चेन निवेश की तैयारी में हैं। जिससे अयोध्या एक उम्मीदों से भरा निवेश केंद्र के रूप में उभरा है”।
नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (NAREDCO) के अध्यक्ष जी हरि बाबू ने कहा कि जैसे ही मंदिर के दरवाजे खुले अयोध्या की कहानी उम्मीदों और आकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ गई है। यह सिर्फ मंदिर का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह सकारात्मक बदलाव का मौका है और मंदिरों के शहर की प्रगति से जुड़ा है।
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