शिक्षा

अमेरिका, फिर होगा यूनेस्को में शामिल

अमेरिका, फिर होगा यूनेस्को में शामिल

संयुक्त राष्ट्र का शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन, शिक्षा और विज्ञान को प्रोत्साहन में सक्रिय है.

यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्री अज़ूले ने सदस्य देशों को बताया है कि अमेरिका का ये निर्णय, इस संगठन व बहुपक्षवाद में, भरोसे की एक मज़बूत कार्रवाई है.

ये एजेंसी संस्कृति, शिक्षा, विज्ञान और सूचना पर शासनादेश को लागू करने के लिए जो रास्ता अपना रही है, ये निर्णय उसमें भी भरोसा व्यक्त करता है.

सुधार और आधुनिकाकरण

यूनेस्को ने बताया कि अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने, ऑड्री अज़ूले को भेजे एक पत्र में “उन उपायों का स्वागत किया, जिनके ज़रिए, हाल के वर्षों में उभरती चुनौतियों का सामना किया है, इसके प्रबन्धन का आधुनिकाकरण किया है, और राजनैतिक तनाव कम किए हैं”.

संयुक्त राज्य अमेरिका ने, फ़लस्तीन को यूनेस्को की सदस्यता दिए जाने के बाद, वर्ष 2011 में यूनेस्को के लिए अपना वित्तीय योगदान बन्द कर दिया था. उस समय यूनेस्को के कुल बजट का लगभग 22 प्रतिशत हिस्सा, अमेरिका से मिलता था.

अमेरिका, यूनेस्को का एक संस्थापक सदस्य है और अतीत में भी एक बार 1984 में यूनेस्को से बाहर निकल चुका था. यह देश फिर से 2003 में यूनेस्को में शामिल हुआ था.

यूनेस्को में एक सदस्य देश के रूप में, अमेरिका की पूर्ण वापसी, दिसम्बर 2022 में कांग्रेस में हुई एक सहमति की बदौलत सम्भव हो रही है. उसके ज़रिए, यूनेस्को को देश का वित्तीय योगदान भी बहाल किया जाएगा.

तनावपूर्ण इतिहास

2011 में अमेरिका का वित्तीय योगदान, उस समय बन्द कर दिया था, जब यूनेस्को के सदस्य देशों ने बहुमत से, फ़लस्तीन को एक सदस्य देश के रूप में स्वीकार किया था.

उसके बाद अमेरिका में, 1990 का वो क़ानून लागू हो गया था, जिसमें ऐसे किसी भी अन्तरराष्ट्रीय संगठन को वित्तीय योगदान करने की निषिद्धता थी, जो फ़लस्तीन को एक देश के रूप में शामिल करेगा.

दिसम्बर 2022 में कांग्रेस में हुए घटनाक्रम से, 33 वर्ष पुराने उस क़ानून में इस तरह की छूट दी गई है.

यूनेस्को से अमेरिका की औपचारिक वापसी, 1 जनवरी 2019 को हुई, और उसके बाद इसराइल भी यूनेस्को से बाहर हो गया. दिसम्बर 2020 तक, अमेरिका पर यूनेस्को की सदस्यता देनदारी, लगभग 61 करोड़ 60 लाख डॉलर बाक़ी थी.

अमेरिका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिन्केन ने, यूनेस्को में देश के फिर से शामिल होने की हिमायत की है.

मीडिया ख़बरों के अनुसार, उन्होंने अप्रैल 2022 में वाशिंगटन में सांसदों से कहा था कि यूनेस्को के कार्यकलापों और मानकों को आकार देने में मदद, शिक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में संगठन के महत्वपूर्ण कामकाज में योगदान करने के लिए, देश का उसमें सदस्य के रूप में शामिल होना महत्वपूर्ण है.

यूनेस्को में अमेरिका की वापसी से सम्बन्धित एक नई वित्तीय योजना, संगठन के एक महासम्मेलन में, स्वीकृति के लिए पेश की जाएगी.

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