टेस्ला (Tesla) अपने ग्लोबल छंटनी अभियान के तहत अमेरिका और चीन में भी स्टाफ कम कर सकती है। ये दोनों देश इस इलेक्ट्रिक ऑटो कंपनी के दो सबसे बड़े मार्केट हैं। यह छंटनी सेल्स, टेक और इंजीनियरिंग सेगमेंट में हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, कंपनी के CEO एलॉन मस्क ने एक इंटरनल मेमो में बताया था कि कंपनी अपने ग्लोबल वर्कफोर्स के 10 पर्सेंट से भी ज्यादा लोगों की छंटनी कर रही है। कंपनी को सेल्स में गिरावट और कीमतों को लेकर जबरदस्त कॉम्पिटिशन का सामना करना पड़ रहा है, जिससे कंपनी ने यह कदम उठाया है।
एक सूत्र ने बताया कि अमेरिका में मौजूद कंपनी के कई सर्विस सेंटरों में बड़े पैमाने पर छंटनी हो रही है। इसमें मुख्य तौर पर सेल्स स्टाफ और टेक्निशियन हैं। एक अन्य लोकेशन में सभी फ्रंट हाउस स्टाफ को हटा दिया गया है। कैलिफोर्निया में मौजूद टेस्ला के एक प्रोग्राम मैनेजर ने लिंक्डइन पर स्प्रेडशीट शेयर करते हुए 140 से भी ज्यादा स्टाफ का जिक्र किया, जो छंटनी का शिकार हुए और नई नौकरी खोज रहे हैं। इनमें से ज्यादा स्टाफ इंजीनियर हैं।
दो सूत्रों ने बताया कि टेस्ला की चाइना टीम के सदस्यों को बताया जा रहा है कि अब उनकी जरूरत नहीं रह गई है, जबकि एक अन्य सूत्र का कहना है कि 10 पर्सेंट स्टाफ को अपनी नौकरी गंवानी पड़ रही है। एक और सूत्र ने बताया कि टेस्ला का सबसे बड़ा प्लांट शंघाई में मौजूद है और यहां कंपनी अपने कुल स्टाफ के एक छोटे से हिस्से की छंटनी करेगी, जिसका मतलब कुछ दर्जन स्टाफ हो सकते हैं।
टेस्ला के शेयरों में 16 अप्रैल को 4 पर्सेंट की गिरावट थी, जबकि 15 अप्रैल को यह 5.6 पर्सेंट की गिरावट के साथ बंद हुआ था।