खालिस्तान समर्थक और सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह भी इस बार लोकसभा चुनाव लड़ रहा है। चुनाव आयोग ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार उसका नामांकन भी स्वीकार कर लिया है। अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहा है और फिलहाल वो राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत असम की एक जेल में बंद है। सिंह चुनावी हलफनामे से पता चला है कि उसके कुल संपत्ति केवल 1000 रुपए हैं।
Moneycontrol Hindi ने अमृतपाल सिंह के चुनावी हलफनामे का विश्लेषण किया, जिसमें सामने आया है कि उसके पास चल संपत्ति के नाम पर केवल 1000 रुपए हैं, जो पंजाब के एक स्टेट बैंक में हैं। हालांकि, उसके इस बैंक अकाउंट में काफी समय से कोई लेनदेन नहीं हुआ।
हलफनामे के मुताबिक, अमृतपाल के पास न ही अपना कोई घर है, न गाड़ी है और न उसने कहीं कुछ निवेश किया है। रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी वाली जगह सिंह ने हलफनामे में बताया कि वो आमतौर पर अमृतसर में जल्लूपुर खेड़ा गांव में अपने माता-पिता के साथ उनके ही घर पर रहता है।
हालांकि, इलके उलट हलफनामे में अमृतपाल ने घोषित किया उसकी पत्नी किरणदीप कौर के पास कुल 18,37,440 रुपए की संपत्ति है। इसमें से उसके पास 20,000 रुपए कैश है।
इसके अलावा किरणदीप कौर ने लंडन की एक फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी में करीब 4,17,440 रुपए डिपॉजिट किए हुए हैं। साथ ही उसके पास 14,00,000 रुपए की कीमत के 200 ग्राम सोने के गहने हैं, जिसमें गजरा, ब्रेसलेट, झुमके, अंगूठी, टॉप्स और चेन शामिल हैं।
एक बड़ी बात ये भी है कि अमृतपाल सिंह ने अपने प्रोफेशन और कमाई के सोर्स में खुद को अपने माता-पिता के ऊपर निर्भर बताया है। वहीं अपनी पत्नी के बारे में उसने बताया कि वो एक ब्रिटिश नागरिक हैं, जो UK के नेशनल हेल्थ सर्विस में बतौर लैंग्वेज इंटरप्रेटर काम करती थी। हालांकि, अब वो एक गृहणी है।
चुनावी हलफनामे में अमृतपाल सिंह ने बताया कि उसके खिलाफ 12 क्रिमनल केस चल रहे हैं और फिलहाल उसे किसे में भी दोषी साबित नहीं किया गया है। इसमें उसने ये भी बताया कि 23 अप्रैल 2023 से उसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंदी बना कर रखा गया है।