संयुक्त राष्ट्र कोष ‘शिक्षा इन्तज़ार नहीं कर सकती’ (Education Cannot Wait) यानि ECW की कार्यकारी निदेशक, यासमीन शेरिफ़ ने कहा है, “लड़कियों को शिक्षा से वंचित करना सार्वभौमिक मानवाधिकारों का उल्लंघन है.
उन्होंने कहा, “प्रशासनिक अधिकारी, लम्बे समय से पीड़ित अफ़ग़ानिस्तान की आबादी के हित में काम कर सकते हैं और ये सुनिश्चित कर सकते हैं कि प्रत्येक अफ़ग़ान लड़की को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करने व अपने युद्धग्रस्त राष्ट्र के पुनर्निर्माण में भूमिका निभाने का अवसर मिले.”
25 लाख लड़कियाँ प्रभावित
यासमीन शेरिफ़ ने बताया कि स्कूल जाने की उम्र की 80 प्रतिशत अफ़ग़ान लड़कियाँ इस समय स्कूल से बाहर हैं.
“मतलब ये कि 25 लाख लड़कियाँ, सुरक्षा, संरक्षण और शिक्षा के अवसरों के अधिकार से वंचित हैं – जोकि उनका जन्मसिद्ध मानव अधिकार है.”
अफ़ग़ान लड़कियों की आवाज़ें (#AfghanGirlsVoices)
Education Cannot Wait (ECW) ने अफ़ग़ानिस्तान में उन सभी लड़कियों के साथ एकजुटता व्यक्त की है, जो साहसपूर्वक शिक्षा के अधिकार के लिए अपनी आवाज़ बुलन्द कर रही हैं.
संयुक्त राष्ट्र के कोष, ECW ने हाल ही में, #AfghanGirlsVoices नामक अभियान की शुरूआत की है, जिसके तहत इस पूरे साल यह विषय प्रमुखता से उजागर किया जाएगा.
ECW की कार्यकारी निदेशक यासमीन शेरिफ़ ने कहा, “हमें एकजुट होकर ये सुनिश्चित करना होगा कि शिक्षा के माध्यम से, अफ़ग़ानिस्तान की हर लड़की अंधेरे से उभर सके, ताकि वो एक उज्जवल भविष्य में योगदान देने के लिए सक्षम हों, जिसका हर अफ़गान हक़दार है.”
वित्तपोषण की आवश्यकता
अफ़ग़ानिस्तान में, ECW ने एक बहु-वर्षीय सहनक्षमता कार्यक्रम (resilience programme) शुरू किया है, जिसका उद्देश्य देश के कुछ सबसे दूरस्थ व वंचित क्षेत्रों में ढाई लाख से अधिक बच्चों और युवाओं का समर्थन करना है.
ECW ने कार्यक्रम के पूर्ण कार्यान्वयन के लिए आवश्यक तीन करोड़ डॉलर की कमी को पूरी करने के लिए, तत्काल अतिरिक्त धनराशि जुटाने हेतु एक अपील जारी की है. इसके अलावा, अगले तीन वर्षों में विश्व स्तर पर संकटों से प्रभावित दो करोड़ बच्चों के लिए, एक नई रणनीतिक योजना के लिए कुल 67 करोड़ डॉलर वित्त पोषण की आवश्यकता है.