यूएन पर्यटन एजेंसी का नवीनतम विश्लेषण दर्शाता है कि पिछले महीने दिसम्बर के अन्त तक अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन, वैश्विक महामारी के पूर्व के स्तर का 88 प्रतिशत तक पहुँच गया.
पिछले साल कुल 1.3 अरब अन्तरराष्ट्रीय आगमन (international arrivals) दर्ज किए गए. यूएन पर्यटन एजेंसी के अध्ययन में 2023 पर केन्द्रित व्यापक जानकारी प्रदान की गई है:
- मध्य पूर्व, अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन के मामले में अग्रणी रहा और यह एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहाँ आगमन में 2019 के स्तर की तुलना में 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखी गई.
- योरोप में सबसे अधिक यात्री पहुँचते हैं और यहाँ 2019 के स्तर की तुलना में अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन 94 प्रतिशत तक पहुँच गया है, जिसकी एक वजह मांग में वृद्धि और अमेरिका से होने वाली यात्राएँ हैं.
- अफ़्रीका में भी वैश्विक महामारी से पूर्व के स्तर की तुलना में पर्यटन 96 प्रतिशत तक पहुँच चुका है, जबकि अमेरिकी क्षेत्र के लिए यह आँकड़ा क़रीब 90 फ़ीसदी है.
- एशिया व प्रशान्त क्षेत्र में पर्यटन, कोविड-19 से पहले की तुलना में 65 प्रतिशत तक ही पहुँचा है. इस क्षेत्र में प्रदर्शन मिश्रित रहा है. जैसेकि दक्षिण एशियाई देशों में यह 2019 की तुलना में 87 प्रतिशत है, जबकि पूर्वोत्तर एशिया में यह 55 प्रतिशत तक ही सीमित है.
बेहतरी की ओर
बताया गया है कि लम्बे समय तक पर्यटन का अवसर ना मिलने से उपजी मांग, हवाई मार्ग से जुड़ाव में वृद्धि, एशियाई बाज़ारों और गंतव्य स्थलों में मज़बूती आने से पर्यटन बाज़ार अब 2019 के स्तर की ओर बढ़ रहा है.
चार उप-क्षेत्रों ने 2019 में अन्तरराष्ट्रीय आगमन के स्तर की तुलना में बेहतरी का प्रदर्शन किया है: दक्षिणी भूमध्यसागर योरोप, कैरीबियाई, मध्य अमेरिका, उत्तर अफ़्रीका.
विश्व पर्यटन संगठन के महासचिव ज़ुराब पोलोलिकाश्विलि ने बताया कि ये आँकड़े, पर्यटन की सहनसक्षमता और त्वरित पुनर्बहाली को दर्शाते हैं.
“इस उछाल का हर स्थान पर, पहले से ही अर्थव्यवस्थाओं, नौकरियों, प्रगति और समुदायों के लिए अवसरों पर बड़ा असर हो रहा है.”
“ये संख्या पर्यटन विकास में सततता और समावेशन को आगे बढ़ाने के अहम दायित्व के प्रति ध्यान दिलाती है.”
आर्थिक मोर्चे पर मज़बूती
यूएन एजेंसी के विश्लेषण के अनुसार, अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन में सुधार आने का आर्थिक असर भी हुआ है और यात्रियों द्वारा किए जाने वाला व्यय 1,400 अरब डॉलर तक पहुँच गया.
यह 2019 में 1,500 अरब डॉलर के स्तर का क़रीब 93 प्रतिशत है.
यूएन पर्यटन संगठन का अनुमान है कि अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन, 2024 में वैश्विक महामारी से पूर्व के स्तर तक पूरी तरह से पहुँचने की सम्भावना है.
आरम्भिक आकलन के अनुसार, 2024 में यह 2019 की तुलना में दो प्रतिशत तक की वृद्धि पर जा सकता है, जोकि एशिया में स्थिति बेहतर होने और मौजूदा आर्थिक व भूराजनैतिक परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.