भारत की लाइफलाइन उसकी ट्रेनें हैं। देश के कोन–कोने को कनेक्ट करती ये ट्रेनें यात्रियों के ट्रैवल एक्सपीरिएंस को सस्ता और बेहतरीन बनाती हैं। IRCTC लोगों को ऐसे में खास त्योहारों और वीकेंड्स पर सस्ते टूर पैकेजेस भी ऑफर करता है। अगर आप भी फैमिली के साथ किसी वीकेंड को शानदार बनाना चाहते हैं तो आप Palace on Wheels पर जरूर जाएं। जब ट्रेन ऊंची–नीची घाटियों, रेतीली धरती, गहरे समंदर, ऊंचे झरनो और बर्फीली वादियों के बीच से गुजरती है तो नजारा ही कुछ और होता है।
ऐसे में भारत की लग्जरी ट्रेनें इस एक्सपीरिएंस पर चार चांद लगा देती हैं। वर्ल्ड क्लास सर्विसेस, एसी, Wi-fi, स्पा, बिजनेस सेंटर्स और डाइनिंग की बेहतरीन सुविधा। आपको ये सारी फैसिलिटीज इन ट्रेनों में मिलेंगी। आप भारत में इन लग्जरी ट्रेनों को बुक कर सकते हैं। एक बार इनके किराए से लेकर बुकिंग की सारी प्रोसेस जान लीजिए–
भारत की सबसे महंगी ट्रेनें
भारत की पांच सबसे महंगी लग्जरी ट्रेनें – गोल्डन चैरियट, डेक्कन ओडिसी, पैलेस ऑन व्हील्स, महाराजा एक्सप्रेस और महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस हैं। इन ट्रेनों को कई अवॉर्ड्स दिए जा चुके हैं। ये अपने टूरिस्टों को भारत के कोने–कोने की सैर करवाती हैं। अक्टूबर से मई में इन ट्रेनों की सबसे ज्यादा बुकिंग होती है। यात्री दो–तीन दिनों के लिए पूरी ट्रेन बुक कर सकते हैं। पूरे हफ्ते की बुकिंग के लिए पैकेज इन ट्रेनों पर नहीं दिए जाते हैं। औसतन एक कोच में लगभग 41 कमरे होते हैं। साथ ही यात्रियों को खाना,बिजनेस और वेलनेस जैसी सुविधाएं यहां दी जाती हैं।
भारत में एक लग्जरी ट्रेन बुक करने में कितना खर्च आता है?
लग्जरी ट्रेनों की बुकिंग का आंकड़ा फैसिलिटीज, डेज और मेहमानों की संख्या के आधार पर बदलता रहता है। ऐसे में हम आपको एक अनुमानित संख्या के आधार पर इससे जुड़े खर्चे की जानकारी दे रहे हैं। 60 मेहमानों के लिए एक पूरी लग्जरी ट्रेन बुक करने की औसत लागत 50,00,000 रुपये प्रति रात है। लगभग सात दिनों का एक पूरा टूर पैकेज 2.5 करोड़ रुपये में आता है। इसमें रास्ते में आने वाले स्टेशनों के पास रहने की व्यवस्था, खाना और ट्रैवल शामिल हैं। आप इन ट्रेनों में मेनू को अपने हिसाब से बदल सकते हैं, यहां तक कि कौन सी जगहों पर रुकना है या नहीं ये भी डिसाइड कर सकते हैं। वहीं महाराजा एक्सप्रेस को छोड़कर सभी ट्रेनों को किसी ना किसी खास अवसर के लिए सजाया जा सकता है।
अगर आप अपने ट्रैवल के दौरान ये सभी ऐड–ऑन करवाते हैं तो खर्च और बढ़ जाएगा। मान लीजिए आप किसी खास अवसर के लिए कोच को फूलों से सजाना चाहते हैं, तो टूर पैकेज में उन फूलों को खरीदने की लागत और उसमें आई लेबर कोस्ट जोड़ दी जाएगी। जो इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप ट्रेन को दिल्ली या वाराणसी किस जगह पर सजा रहे हैं।
कितना रहेगा ट्रेन टैरिफ
जहां तक ट्रेन टैरिफ की बात है तो आपकी कुल जमा की गई रासि से 60% भारतीय रेलवे को जबकि बाकी ट्रेन चलाने वाले और मेनटेन करने वालों को जाती है। जो हर ट्रेन के हिसाब से अलग–अलग हो सकती है। स्टैंडर्ड फीस और टैक्स अलग–अलग सीजन में भी सेम रहते हैं। अगरसभी ट्रैवलर्स अपना रूट खुद डिसाइड करते हैं तो उनके सिलेक्ट किए गए स्तानों के हिसाब से भी किराया बदल सकता है।
लग्जरी ट्रेन कब और कैसे किराए पर लें?
विदेशी ट्रैवलर्स के लिए भारत में लग्जरी ट्रेनें किराए पर लेना आम बात है। विदेशों से आने वाले ज्यादातर लोग पहले से ही अपना ट्रैवल प्लान रेडी रखते हैं, इसलिए इन ट्रेनों को लगभग 18 महीने पहले ही बुक किया जाता है। जो लोग अचानक इन ट्रेनों से ट्रैवलिंग का प्लान कर रहे हैं और एक हफ्ते या एक–दो दिन पहले ही बुकिंग करना चाहते हैं तो ये पॉसिबल तो है लेकिन कोशिश करें कम से कम एक साल पहले ही पूछताछ कर लें। अगर रेगुलर यात्रियों द्वारा पहले से ही बुक की गई कुछ सीटों में से कुछ सीटें भी बची हों तो भी पूरी ट्रेन की बुकिंग को रिजेक्ट किया जाता है। भारत में पूरी लग्जरी ट्रेन बुक करने के लिए यात्री से rajiv@royalIndiantrains.com पर संपर्क कर सकते हैं।