विश्व

अफ़ग़ानिस्तान: अफ़ीम उत्पादन में लगातार दूसरे वर्ष गिरावट

अफ़ग़ानिस्तान: अफ़ीम उत्पादन में लगातार दूसरे वर्ष गिरावट

UNODC ने अफ़ीम की खेती के नवीनतम आँकड़े, 6 नवम्बर को जारी किए, जिनमें पुष्टि की गई कि 2024 में अफ़ीम की खेती में, साल-दर-साल अनुमानत:19 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. 

तालेबान द्वारा प्रतिबन्ध लगाए जाने के बावजूद, 12 हज़ार 800 हैक्टेयर भूमि पर अफ़ीम की खेती किए जाने का अनुमान है. लेकिन फिर भी नवीनतम आँकड़े प्रतिबन्ध से पहले के स्तर से काफ़ी नीचे है.  

2024 में अफ़ीम की फ़सल का मूल्य लगभग 26 करोड़ अमेरिकी डॉलर रहा है, जो 2023 की तुलना में 130 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, लेकिन इसके बावजूद यह 2022 के प्रतिबन्ध-पूर्व मूल्य से 80 प्रतिशत कम है.

UNODC की कार्यकारी निदेशक ग़ादा वॉली  का कहना है, “अफ़ीम की खेती और उत्पादन में कमी का दूसरा वर्ष, अवसर एवं जटिल चुनौतियाँ पेश करता है. इस गिरावट की वजह से अफ़ग़ानिस्तान या इस पूरे क्षेत्र में मेथमफ़ेटामीन जैसे मादक पदार्थों का उत्पादन न बढ़ जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए अन्तरराष्ट्रीय प्रयासों को समन्वित किया जाना चाहिए.”

“हमें बुनियादी ढाँचे, कृषि संसाधनों और टिकाऊ आजीविका में निवेश करके, पोस्ता-निर्भर ग्रामीण समुदायों को वैध, आर्थिक रूप से व्यवहार्य विकल्पों में बदलने में मदद करने की आवश्यकता है.” 

अधिक मुनाफ़े की बात

किसानों ने 2024 में, बंजर भूमि पर अनाज और कपास जैसी वैकल्पिक फ़सलें उगाईं. हालाँकि, गेहूँ की तुलना में अफ़ीम 60 गुना अधिक मुनाफ़ा देती है. लाभदायक, वैध विकल्पों के अभाव में, आर्थिक कठिनाइयाँ से जूझ रहे किसान, पोस्ता की खेती की ओर लौटने के लिए मजबूर हो सकते हैं.

परम्परागत रूप से, अफ़ीम की खेती का दो तिहाई हिस्सा दक्षिण-पश्चिम अफ़ग़ानिस्तान में केन्द्रित रहा है, लेकिन अब यह पूर्वोत्तर के प्रान्तों में देखा जा रहा है.

UNODC ने अफ़ग़ानिस्तान में मादक द्रव्यों के सेवन सम्बन्धी विकारों के उपचार के लिए, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के साथ साझेदारी में, क्षमता एवं संसाधनों पर भी रिपोर्ट जारी की है.

सर्वेक्षण के निष्कर्षों से मालूम होता है कि 34 में से 32 प्रान्तों में उपचार सेवाएँ उपलब्ध हैं, लेकिन सेवा वितरण, पहुँच और लिंग प्रतिनिधित्व में महत्वपूर्ण असमानताएँ मौजूद हैं, जिससे ख़ासतौर पर महिला रोगी प्रभावित होती हैं. 

हालाँकि उपचार के लिए आने वाले रोगियों में सबसे ज़्यादा ओपिएट्स के उपयोग के मामले रहते हैं, लेकिन अफ़ग़ानिस्तान में मेथमफ़ेटामीन जैसे सिंथेटिक पदार्थों की उपलब्धता बढ़ने से, उत्तेजक पदार्थों से होने वाले विकारों से निपटने वाली सेवाओं की माँग बढ़ रही है. 

Source link

Most Popular

To Top