Zee Entertainment: ज़ी ग्रुप में चीजें ठीक चलती हुई दिखाई नहीं दे रही है। अब ग्रुप की कंपनी ने कॉस्ट कटिंग के नाम पर कर्मचारियों को निकाल दिया है। दरअसल, ज़ी एंटरटेनमेंट में कुछ लोगों की छंटनी की है। इससे पहले कुछ वरिष्ठ स्तर के लोग भी कंपनी से बाहर जा चुके हैं। जिसके बाद अब ज़ी एंटरटेनमेंट ने कॉस्ट कटिंग के इरादे से बेंगलुरु में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सेंटर में अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती की है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि हाल ही में आयोजित Monthly Management Mentorship (3M) कार्यक्रम के दौरान बोर्ड से प्राप्त मार्गदर्शन पर कंपनी ने टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन सेंटर (TIC) स्ट्रक्चर में लगभग 50 प्रतिशत की कटौती की है।
इस पर होगा ध्यान केंद्रित
ज़ी ने कहा कि TIC उपभोक्ता प्राथमिकताओं में गहरी अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए टेक्नोलॉजी आधारित उपकरणों का उपयोग करके कंपनी के लिए कंटेंट क्रिएशन, डिस्ट्रीब्यूशन और मोनेटाइजेशन प्रोसेस को बढ़ाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करेगा। ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के बोर्ड ने 3M कार्यक्रम को संस्थागत बनाया है। मीडिया फर्म ने 26 मार्च को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा था कि 3M कार्यक्रम का उद्देश्य मैनेजमेंट टीम को प्रमुख प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन और सक्षम करना है।
ZEE के एमडी और सीईओ पुनित गोयनका ने कहा, “हम एक्सेप्शनल कंटेट बनाने की दिशा में केंद्रित हैं। इसे प्राप्त करने के लिए हमें एक रचनात्मक दृष्टिकोण, विस्तृत उपभोक्ता अंतर्दृष्टि और भविष्य की टेक्नोलॉजी समाधानों के मिश्रण की आवश्यकता है। TIC की मुख्य और सुव्यवस्थित टीम अब केवल कंटेट क्रिएशन, डिस्ट्रीब्यूशन और मोनेटाइजेशन की इस प्रक्रिया में हमें सक्षम और सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।”
रेवेन्यू वर्टिकल
उन्होंने कहा कि ये कदम कंपनी के लिए निरंतर विकास को बढ़ावा देने के लिए संसाधनों को अनुकूलित करने और लागत प्रभावी संरचना तक पहुंचने के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं। वहीं कंपनी की ओर से हाल ही में अपने रेवेन्यू वर्टिकल के रणनीतिक पुनर्गठन की घोषणा की, जिसे अब सीधे एमडी और सीईओ के जरिए संचालित किया जा रहा है।
नहीं हो पाया था विलय
बता दें कि लागत में कटौती के उपाय और कारोबार को सुव्यवस्थित करना सोनी के साथ विलय खारिज होने के बाद आया है। कंपनी ने सबसे पहले अपने प्रसारण व्यवसाय के रेवेन्यू में रणनीतिक बदलाव की घोषणा की और राहुल जौहरी का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया, जिन्होंने तीन साल तक कंपनी में रेवेन्यू और मोनेटाइजेशन का नेतृत्व किया था। बाद में कंपनी के टेक्नोलॉजी और डेटा के प्रेसिडेंट नितिन मित्तल ने भी अपना इस्तीफा दे दिया।
इनको होगी रिपोर्टिंग
कंपनी ने कहा कि अमृत थॉमस (डेटा साइंस), किशोर कृष्णमूर्ति (इंजीनियरिंग), भूषण कोल्लेरी (प्रॉडक्ट) और विशाल सोमानी (Enterprise and Content Technology) अंतरिम आधार पर डिजिटल बिजनेस और प्लेटफॉर्म के प्रेसिडेंट अमित गोयनका को रिपोर्ट करेंगे।
डिस्क्लेमर: यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।