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Year Ender 2023: इस साल भारतीय रेलवे ने क्या कमाल किया? अहम हैं ये 5 उपलब्धियां

Year Ender 2023: इस साल भारतीय रेलवे ने क्या कमाल किया? अहम हैं ये 5 उपलब्धियां

Indian Railways- India TV Hindi

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दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक है भारतीय रेलवे

नई दिल्ली: साल 2023 खत्म होने वाला है और कुछ ही दिनों बाद नया साल हम सभी के जीवन में दस्तक दे देगा। ये साल वैसे तो देश के लिए तमाम उपलब्धियों से भरा रहा है लेकिन यहां हम आपको भारतीय रेलवे की उन उपलब्धियों के बारे में बताएंगे, जो इस साल उसे हासिल हुईं हैं। गौरतलब है कि भारतीय रेलवे के जरिए हर रोज लाखों की संख्या में यात्री अपनी मंजिल पर पहुंचते हैं। ट्रेन से यात्रा करना काफी सरल और सहज होता है इसीलिए लंबी दूरी की यात्रा के लिए यात्री रेलवे को प्राथमिकता देते हैं। ये हैं इस साल भारतीय रेलवे द्वारा हासिल की गईं उपलब्धियां…

दुनिया के सबसे लंबे रेलवे स्टेशन भारत में, बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्कों में से एक है। भारत लगातार 2 बार दुनिया के लंबे रेलवे स्टेशन का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर चुका है। पहले गोरखपुर स्टेशन को दुनिया का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला था। इसकी लंबाई 1366.4 मीटर है। लेकिन इसी साल यानी मार्च 2023 में भारत ने अपना रिकॉर्ड तोड़ते हुए दक्षिण-पश्चिम रेलवे जोन का हुबली रेलवे स्टेशन बना दिया, जो देश का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन है। इसकी प्लेटफॉर्म 8 की लंबाई 1507 मीटर है। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।

अमृत भारत स्टेशन

अमृत भारत स्टेशनों के जरिए भारतीय रेलवे की तस्वीर बदली जाएगी। पीएम मोदी ने 6 अगस्त को देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी थी। इसे रेलवे के विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। ये स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिसमें ज्यादातर यूपी और राजस्थान के हैं। इनके विकास पर 24, 470 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इस योजना के तहत यूपी और राजस्थान में 4 हजार करोड़ का खर्चा किया जाएगा। अमृत भारत स्टेशन रेलवे के विकास की कड़ी में मील का पत्थर साबित होंगे। रेलवे के कायाकल्प की दिशा मे इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इन स्टेशनों में आधुनिक भारत की छवि दिखाई देगी। बता दें कि इस योजना के जरिए देश के कुल 1309 रेलवे स्टेशनों का री-डेवलपमेंट होगा।

वंदे भारत के अलावा 3000 नई ट्रेनें शुरू करने की योजना

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, जनसंख्या वृद्धि के कारण यात्रियों की बढ़ती संख्या को समायोजित करने के लिए भारतीय रेलवे अगले 4-5 सालों में अपने नेटवर्क पर 3,000 अतिरिक्त नई ट्रेनें शुरू करने की योजना बना रहा है। हालही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘वर्तमान में, रेलवे सालाना लगभग 800 करोड़ यात्रियों को ले जा रहा है। हमें चार से पांच साल में क्षमता बढ़ाकर 1,000 करोड़ करनी होगी क्योंकि आबादी बढ़ रही है।’ वैष्णव ने कहा, ‘इसके लिए हमें 3,000 अतिरिक्त ट्रेनों की जरूरत है जो यात्रियों की इस बढ़ी हुई संख्या को समायोजित करने के लिए कई यात्राएं करेंगी।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि रेलवे हर साल 200 से 250 नई ट्रेनें जोड़ सकता है और ये 400 से 450 वंदे भारत ट्रेनों के अलावा हैं, जो आने वाले वर्षों में जोड़े जाने वाले हैं।

लिफ्ट/एस्केलेटर की बढ़ रही संख्या

पीआईबी के मुताबिक, सुगम्य भारत अभियान के हिस्से के रूप में, दिव्यांगजनों, वृद्धों और बच्चों को रेलवे प्लेटफार्मों पर आवाजाही में आराम देने के लिए, भारतीय रेलवे देशभर के रेलवे स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर स्थापित कर रहा है। 2021-22 में 208 लिफ्ट और 182 एस्केलेटर की तुलना में फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के दौरान 215 लिफ्ट और 184 एस्केलेटर लगाए गए हैं।

कई देशों की आबादी से ज्यादा यात्री हर रोज करते हैं सफर

भारतीय रेलवे के जरिए हर रोज करीब 3 करोड़ लोग सफर करते हैं। यानी कई देशों की आबादी भी इतनी नहीं है, जितना भारतीय रेलवे के जरिए यात्री सफर करते हैं। यहां ये भी ध्यान रखना जरूरी है कि भारतीय रेलवे के पास 68 हजार किलोमीटर लंबा रेलवे नेटवर्क है। जो दुनिया में चौथा सबसे लंबा रेलवे नेटवर्क है। भारत से आगे अमेरिका, चीन और रूस आता है। इसके अलावा रोजगार देने की बात करें तो भी भारतीय रेलवे कई देशों से आगे है। भारतीय रेलवे के पास 13 लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं। 

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