मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, यह मानवीय सहायता, दरअसल संयुक्त राज्य अमेरिका से प्राप्त अतिरिक्त धनराशि की बदौलत सम्भव हो सकी है.
पश्चिमी अफ़्रीकी देश बुर्कीना फ़ासो, हाल के समय में अस्थिरता, सुरक्षा चुनौतियों और मानवीय ज़रूरतों से जूझता रहा है, ऐसे में यूएन एजेंसियों की मानवीय सहायता कार्रवाई, इस देश के लिए बहुत अहम साबित हुई है.
ख़बरों के अनुसार, बुर्कीना फ़ासों में वर्ष 2022 में सैन्य तख़्तापलट के बाद से, देश का आधे से अधिक हिस्सा सरकार के नियंत्रण से बाहर है.
वर्ष 2023 में, देश में इस्लामी सशस्त्र गुटों द्वारा आम लोगों के विरुद्ध हमलों के दौरान, मानवाधिकार स्थिति बहुत ख़राब हो गई थी. सैन्य बलों और सरकार समर्थक लड़ाकों, दोनों को ही विद्रोह-विरोधी अभियानों में मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के लिए ज़िम्मेदार पाया गया है.
संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता रिपोर्ट के अनुसार, साहेल क्षेत्र में, कई वर्षों से सशस्त्र गुटों के फैलाव का ख़तरा बढ़ा है.
इस्लामी सशस्त्र गुटों ने माली से शुरू करके, अपनी मौजूदगी दक्षिण की तरफ़ बढ़ाई है और क़ानूनी व्यवस्था को तितर-बितर करने की यह स्थिति, बुर्कीना फ़ासो के उत्तरी इलाक़े, निजेर व कुछ अन्य पड़ोसी देशों में भी उत्पन्न कर दी है.
‘रिकॉर्ड योगदान’
यूएन खाद्य सहायता एजेंसी – WFP और संयुक्त राज्य अमेरिका के अन्तरराष्ट्रीय मानवीय सहायता विकास ब्यूरो (BHA) ने एक साथ मिलकर, बुर्कीना फ़ासो में 10 लाख से अधिक लोगों को मानवीय सहायता मुहैया कराई है.
अमेरिका सरकार ने बुर्कीना फ़ासो में वर्ष 2024 के दौरान यह मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिए, $12.4 करोड़ की राशि मुहैया कराई.
मानवीय वायु सेवा
बुर्कीना फ़ासो में दूरदराज के इलाक़ों में मानवीय सहायता मुहैया कराने में, यूएन मानवीय वायु सेवा (UNHAS) ने ख़ासी अहम भूमिका निभाई है, जिसका प्रबन्धन व संचालन WFP करता है.
जनवरी और सितम्बर 2024 के बीच, UNHAS ने लगभग 15 हज़ार मानवीय सहायता कर्मियों और 500 टन राहत सामग्री के परिवहन को आसान बनाया.
यह सहायता ऐसे समय में बहुत महत्वपूर्ण साबित हुई है कि बुर्काना फ़ासो में लगभग 27 लाख लोगो को भोजन सहायता की सख़्त ज़रूरत थी.
एजेंसी का कहनाह कि संकट प्रभावित समुदायों तक मानवीय सहायता पहुँचाना जारी रखा जाएगा ताकि कोई भी पीछे नहीं छूट जाए.