विश्व

WFP: दक्षिणी ग़ाज़ा में स्थिति बिल्कुल ‘भीषण और प्रलयकारी’

फ़लस्तीन में विश्व खाद्य कार्यक्रम के देश निदेशक मैथ्यू हॉलिंग्सवर्थ ने शुक्रवार को आगाह करते हुए कहा कि दक्षिणी इलाक़ों में सीमित पहुँच होने के कारण, वही हालात हो रहे हैं, जो युद्ध शुरू होने के पहले महीने में, ग़ाज़ा के उत्तरी इलाक़ों में हुए थे.

मैथ्यू हॉलिंग्सवर्थ ने ग़ाज़ा में हाल ही में 10 दिन बिताए हैं. उन्होंने येरूशेलम से न्यूयॉर्क में पत्रकारों को बताया कि ग़ाज़ा पट्टी में लोगों को ऐसे हालात में कुछ भी समझ नहीं आ रहा है कि वो क्या करें, कहाँ जाएँ. 

एक भयावह पलायन

मैथ्यू हॉलिंग्सवर्थ ने रफ़ाह से पिछले 20 दिनों के दौरान, पलायन, बहुत से लोगों के लिए भीषण और भयावह अनुभव रहा है. “बहुत से लोगों को तो बार-बार विस्थापित होना पड़ा है, और उन्होंने सोचा था कि अब उन्हें बार-बार भटकना नहीं पड़ेगा.

उन्हें ऐसे स्थानों के लिए जाना पड़ा है जहाँ स्वच्छ पानी, चिकित्सा सामग्री और अन्य सामान अपर्याप्त है, खाद्य सामग्री सीमित है और दूरसंचार साधन ठप हैं.

मैथ्यू हॉलिंग्सवर्थ ने कहा, “सार्वजनिक स्वास्थ्य सम्बन्धी चिन्ताएँ संकट के स्तर से भी परे पहुँच गई हैं और ध्वनियाँ, गन्ध और दैनिक जीवन, भयावह और प्रलयकारी बन गए हैं.

“लोग बमबारी की ध्वनियों के बीच ही सोते हैं, नीन्द के दौरान उन्हें ड्रोन की ध्वनियाँ भी सुननी पड़ती हैं, उन्हें युद्ध की ध्वनियों के बीच ही सोना पड़ता है, क्योंकि अब टैंकों की भयावह पदचाप, रफ़ाह के केन्द्रीय इलाक़े में गूंज रही है, जोकि कुछ ही किलोमीटर दूर है. और जब वो जागते हैं तो इसी तरह की ध्वनियाँ सुनाई देती हैं.”

फ़लस्तीन में विश्व खाद्य कार्यक्रम -WFP के देश निदेशक मैथ्यू हॉलिंगवर्थ

अपार ज़रूरतें

इस बीच, मानवीय सहायता एजेंसियों को सहायता सामग्री की मात्रा और स्तर में भारी कमी देखने को मिल है, रफ़ाह में, WFP की बेकरियों को, ईंधन व अन्य सामान की क़िल्लत के कारण बन्द करना पड़ा है.

मैथ्यू हॉलिंग्सवर्थ ने कहा कि 7 से 20 मई के बीच, “WFP का एक भी ट्रक मिस्र की तरफ़ से दक्षिणी गलियारों से होकर रफ़ाह में दाख़िल नहीं हो सका है.”

यूएन खाद्य एजेंसी दक्षिणी इलाक़े में अपने मुख्य खाद्य भंडार तक पहुँच पाने में नाकाम है क्योंकि वो उस इलाक़े में स्थित है, जहाँ इसराइल ने लोगों को अन्यत्र स्थानों के लिए चले जाने के लिए कहा है. लगभग 2,700 टन खाद्य सामग्री, युद्ध में तबाह हो गई है.

उत्तरी ग़ाज़ा में स्थिति

मैथ्यू हॉलिंग्सवर्थ ने ग़ाज़ा के उत्तरी इलाक़े की स्थिति के बारे में बी जानकारी देते हुए कहा कि वहाँ दो सीमा चौकियाँ खोले जाने के बाद स्थिति कुछ बेहतर हुई है. यूएन एजेंसियों ने कुछ सप्ताह पहले, वहाँ अकाल की चेतावनियाँ जारी की थीं.

उन्होंने कहा, “हम दरअसल ये परिणाम देख रहे हैं कि अगर पर्याप्त सहायता सामग्री पहुँचाने के लिए इच्छाशक्ति नज़र आए तो कितने अच्छे नतीजे हासिल किए जा सकते हैं.”

एक मई के बाद से, लगभग 12 हज़ार टन सहायता सामग्री, उत्तरी ग़ाज़ा में दाख़िल हुई है और इसकी बदौलत, उत्तरी क्षेत्र में अब हालात बिल्कुल भिन्न हैं.

WFP के अधिकारी ने एक तत्काल युद्धविराम और सभी बन्धकों की रिहाई की ज़रूरत पर ज़ोर दिया.

उन्होंने कहा, “हम थक चुके हैं. लोग थक चुके हैं. हमें लोगों को हर दिन जीवित रहने के लिए संघर्ष करने के माहौल से आगे निकलने में लोगों की मदद करनी होगी.”

“और ऐसा करने क लिए, एक युद्धविराम होना अति आवश्यक है.”

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