फाइनेंशियल क्राइसिस से जूझ रही टेलीकॉम कंपनी वोडा आइडिया (Voda Idea) के शेयर आज 14 फीसदी से अधिक उछल गए। इसके शेयरों में यह तेजी कंपनी के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को तगड़े रिस्पांस के चलते आई है। वोडा आइडिया का 18 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ तीन दिनों में 6.99 गुना सब्सक्राइब हुआ था और तीन दिन में हर कैटेगरी के निवेशकों का हिस्सा पूरा भर गया। इसके चलते शेयर आज BSE पर इंट्रा-डे में 14.43 फीसदी उछलकर 14.75 रुपये के भाव पर पहुंच गए। मुनाफावसूली के चलते भाव में थोड़ी नरमी आई और दिन के आखिरी में यह 11.64 फीसदी की बढ़त के साथ 14.39रुपये पर बंद हुआ है।
वोडा आइडिया का 18 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ देश में अब तक का सबसे बड़ा है। 18 हजार करोड़ रुपये के इस एफपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 19.31 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 4.54 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.01 गुना भरा था। इस एफपीओ के तहत कंपनी 11 रुपये के भाव पर शेयर जारी करेगी और ये शेयर 25 अप्रैल को लिस्ट होंगे।
Vodafone Idea: बैंकों से फंड जुटाने की तैयारी में कंपनी
FPO के सफल होने से अब वोडा आइडिया को बैंकों से 25 हजार करोड़ रुपये जुटाने का रास्ता मजबूत होगा। इसके अलावा 4जी और 5जी को लेकर कंपनी की स्थिति भी मजबूत होगी। इसके अलावा कंपनी को अपने सब्सक्राइबर वापस हासिल करने में भी मदद मिलेगी। एफपीओ से जुटाए गए 5720 करोड़ रुपये 5जी को लाने में होगा। हाल ही में सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में वोडा आइडिया के सीईओ अक्षय मूंदड़ा ने कहा था कि एफपीओ का पैसा अगले तीन साल की कैपेक्स योजना के लिए पर्याप्त है।
Vodafone Idea: जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय
वोडाफोन आइडिया को कवर करने वाले 16 एनालिस्ट्स में 12 ने इसे सेल या इससे मिलती-जुलरी रेटिंग दी है। सिर्फ IIFL ही ने इसे ऐड रेटिंग दी है और बुल केस में इसका टारगेट प्राइस 19 रुपये फिक्स किया है। चार्ट पर इसने 200 दिनों के मूविंग एवरेज लेवल पर सपोर्ट लिया हुआ है। इसका RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) फिलहाल 53 है।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि इस फंडिंग से वोडाफोन आइडिया को रिलायंस जियो (Reliance Jio) और भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के साथ मुकाबला करने का पर्याप्त ताकत मिलेगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित हो सकेगा कि देश के टेलीकॉम मार्केट में त्रिकोणीय मुकाबला जारी रहे। उन्होंने कहा कि वोडाफोन आइडिया ने इस फंडिंग से 4G और 5G नेटवर्क के विस्तार की योजना बनाई है। इसके कंपनी को सब्सक्राइबर्स की संख्या में लगातार जारी गिरावट को रोकने में मदद मिलेगी। साथ ही प्रीमियम मार्केट में अधिक भुगतान करने वाले कस्टमर्स को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
Vodafone Idea: 5G मार्केट में देर से एंट्री का होगा फायदा!
एनालिस्ट्स का यह भी मानना है कि वोडाफोन आइडिया को 5G मार्केट में देरी से एंट्री करने से भी फायदा हो सकता है। इसके पास अपने बड़े प्रतिद्वंद्वियों के अनुभवों से सीखने का मौका है जो पहले ही पूरे भारत में 5G नेटवर्क शुरू कर चुके हैं।
एनालिसिस मेसन के प्रिंसिपल अश्विंदर सेठी ने बताया, “FPO और फंड जुटाने की दूसरी योजनाओं के साथ वोडाफोन आइडिया को शॉर्ट से मीडियम अवधि में जियो और एयरटेल के साथ कॉम्पिटीशन करने के लिए पर्याप्त ताकत मिलेगी। साथ ही भारतीय मोबाइल मार्केट के त्रिकोणीय बने रहने में मदद मिलेगी, जिससे कॉम्पिटीशन बना रहेगा और कंपनियों में ग्राहकों को एक दूसरे बेहतर ऑफर करने की होड़ रहेगी।”
Vodafone Idea FPO: कितना सब्सक्राइब हुआ था इश्यू
वोडाफोन आइडिया का FPO आखिरी दिन 6.36 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ बंद हुआ। निवेशकों ने करीब 8,011.80 करोड़ के इक्विटी शेयर के लिए बोलिया लगाईं। FPO के जरिए, टेलीकॉम कंपनी ने 1,260 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखा था। FPO से कंपनी को 18,000 करोड़ रुपये की पूंजी मिलेगी। वोडाफोन आइडिया ने विभिन्न स्रोतों से 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। यह FPO भी इसी योजना का हिस्सा है।
ComFirst Consulting के फाउंडर,महेश उप्पल ने कहा कि बाजार में कॉम्पिटीशन बनाए रखना “निस्संदेह” सबसे जरूरी है। सरकार ने भी हमेशा सिर्फ 2 कंपनियों के दबदबे वाले बाजार के खिलाफ अपना रुख जाहिर किया है। उप्पल ने कहा, “कोई भी सरकार यह नहीं चाहेगी कि वोडाफोन आइडिया जैसी बड़ी और हाई-प्रोफाइल कंपनी का पतन हो, जिसका ग्राहक बेस BSNL से दोगुना है और जिसके लगभग 22 करोड़ ग्राहक हैं। वोडाफोन आइडिया लंबे समय तक रहने वाली है।”