उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां चाकुओं से गोदकर फूफा और भतीजे की हत्या कर दी गई है। दोनों मृत फूफा-भतीजे का लहूलुहान शव ट्रांसपोर्ट नगर के पास गंग नहर की पटरी पर मिला है। दोनों शवों के बीच 200 मीटर की दूरी है। जानकारी के मुताबिक, फूफा सुधीर गर्ग और भतीजा राजीव गर्ग रविवार 3 बजे ट्रांसपोर्ट नगर से अचानक गायब हो गए थे। भतीजे राजीव गर्ग एआरटीओ में जनसेवा केंद्र पर ऑनलाइन फीस जमा कराने का काम करते थे।
परिजनों का आरोप- पुलिस की लापरवाही से गई जान
हत्या की खबर मिलते ही एसएसपी समेत तमाम आला अफसर मौके पर पहुंचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। परिजनों का आरोप है कि बुलन्दशहर कोतवाली देहात पुलिस ने खोजबीन में लापरवाही बरती है। दोनों फूफा-भतीजा के लापता होने के बाद परिजन बहुत परेशान थे। उन्होंने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस लगातार उन्हें दो थानों के चक्कर लगवाते रह गई। कोतवाली देहात ने कहा कि मामला हमारे थाने का नहीं है तो शहर कोतवाली ने कहा कि हमारे अंडर में वह एरिया नहीं आता। ऐसे में दोनों थाने मामला टरकाते रहे। फूफा और भतीजे के गायब होने के 24 घंटे बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
परिजन लगाते रहे मदद की गुहार लेकिन पुलिस खेलती रही बॉर्डर गेम
परिजनों का कहना है कि अगर देहात पुलिस समय रहते एक्टिव हो गई होती तो शायद दोनों की जान बच जाती। गुमशुदा हुए फूफा-भतीजे के परिजन मदद के लिए पुलिस से गुहार लगाते रहे लेकिन पुलिस बॉर्डर गेम खेलते रही और उनके खेल में परिवार को दो लोगों की जान की कीमत चुकानी पड़ी। परिजनों ने बताया कि 24 घंटे में ना ही पुलिस ने गुम हुए लोगों को फोन लगाया और ना ही सर्विलांस ने की कोई कार्यवाई की।
(बुलंदशहर से वरूण शर्मा की रिपोर्ट)
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