मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने वेदांता इंडिया को निर्देश दिया है कि वह केयर्न यूके होल्डिंग्स (Cairn UK holdings) को 77.6 करोड़ रुपये चुकाए। सेबी ने ये फैसला डिविडेंड के भुगतान में हुई देरी से जुड़े मामले में दिया है। वेदांता इंडिया को पहले Cairn India के नाम से जाना जाता था। सेबी की वेबसाइट पर दिए गए इस आदेश के अनुसार वेदांता को यह रकम अगले 45 दिन में चुकानी होगी। भुगतान नहीं करने पर उस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही सेबी ने कंपनी के चेयरमैन और एमडी नवीन अग्रवाल, डायरेक्टर्स डायरेक्टर्स, CEO और CFO पर बाजार में पहुंच से एक से 2 महीने तक की रोक लगाई है।
ब्याज चुकाने का निर्देश
क्या है मामला
अप्रैल 2017 में ही केयर्न यूके होल्डिंग्स ने सेबी से शिकायत की थी कि केयर्न इंडिया की तरफ से 340 करोड़ रुपये के डिविडेंड का भुगतान नहीं हुआ है। केयर्न इंडिया का मर्जर 11 अप्रैल 2017 को वेदांता के साथ हुआ था। केयर्न यूके के मुताबिक उसके पास केयर्न इंडिया के 18.4 करोड़ शेयर थे और यह डिविडेंड इन शेयरों पर देय था।