UP Loksabha Election 2024: समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसकी अटकलों के बीच, अखिलेश ने यह कहकर सस्पेंस को और बढ़ा दिया, “शुभ दिन आने दें…नवरात्रि के दिन, आपको सारी जानकारी मिल जाएगी। हमारे कार्यकर्ता (कन्नौज में) जिसे चाहेंगे वही चेहरा होगा।” अखिलेश यादव ने साल 2000 में कन्नौज से ही संसद में अपनी शरुआत की और राजनीति में एंट्री की थी।
अब इसी कन्नौज में कार्यकर्ताओं की एक रैली को बाद अखिलेश ने यहां मीडिया से बात करते हुए ये बयान दिया। नवरात्रि अप्रैल के बीच में आती है। कन्नौज में सपा नेतृत्व, जिला संगठन और कार्यकर्ता एक साल से ज्यादा समय से मांग कर रहे थे कि अखिलेश फिर से लोकसभा चुनाव लड़ें।
कन्नौज ‘यादव परिवार’ का अकेला निर्वाचन क्षेत्र है, जहां सपा ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। ऐसे ही दूसरी सभी संसदीय सीट जैसे कि मैनपुरी, बदायूं, आजमगढ़ और फिरोजाबाद में, सपा ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। शुरुआत में ऐसी अटकलें थीं कि अखिलेश या तो आजमगढ़ या कन्नौज सीट या दोनों से चुनाव लड़ सकते हैं।
लेकिन पिछले दिनों पार्टी ने अखिलेश के चचेरे भाई और बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया। इसके बाद जब अखिलेश ने जेल में बंद सपा नेता और रामपुर के पूर्व सांसद आजम खान से सीतापुर जेल में मुलाकात की तो, उन्होंने प्रस्ताव रखा कि अखिलेश रामपुर से चुनाव लड़ें।
हालांकि, दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह को रामपुर उम्मीदवार घोषित किया गया था। इसके बाद, नए सिरे से अटकलें लगाई गईं कि शायद अखिलेश 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और पूरी तरह से पार्टी के चुनाव संगठन और अभियान पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
हालांकि, उनके कन्नौज जाने, पार्टी संगठन से मिलने और वहां कार्यकर्ता सम्मेलन करने से नए कयास लगने शुरू हो गए हैं। इस सीट पर चौथे चरण में 13 मई को मतदान होना है।