फ़िलिपे लज़ारिनी ने, शुक्रवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए ज़ोर दिया कि यह समझौता क्षेत्र की भारी मानवीय चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में केवल पहला क़दम है.
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के साथ मिलकर सभी पक्षों से युद्धविराम को पूर्ण रूप से लागू करने तथा तत्काल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निर्बाध मानवीय पहुँच सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, “UNRWA सहायता वितरण को बढ़ाकर अन्तरराष्ट्रीय सहायता कार्रवाई का समर्थन करने के लिए तैयार है.”
इसराइली संसद के क़ानूनों का ख़तरा
फ़िलिपे लज़ारिनी ने एक आसन्न ख़तरे की तरफ़ भी ध्यान आकर्षित किया: इसराइली संसद क्नैसेट के क़ानून पर आसन्न अमल, इसराइली क़ब्ज़े वाले फ़लस्तीनी क्षेत्र में UNRWA के संचालन को समाप्त कर देगा.
उन्होंने विशेष रूप से ग़ाज़ा में भयंकर परिणामों की चेतावनी दी, जहाँ यह एजेंसी मानवीय सहायता कार्रवाई की रीढ़ है.
उन्होंने कहा, “एजेंसी के विघटन से सामाजिक व्यवस्था का विघटन और तेज़ होगा.”
उन्होंने स्पष्ट किया, “अब UNRWA को राजनैतिक प्रक्रिया के बाहर विघटित करना, युद्धविराम समझौते को कमज़ोर करेगा और ग़ाज़ा की पुनर्बहाली व राजनैतिक परिवर्तन को बाधित करेगा.”
झूठी सूचना अभियान
एजेंसी के महाआयुक्त ने एजेंसी को लक्षित करके आक्रामक ग़लत सूचना अभियान का भी ज़िक्र किया.
उन्होंने कहा, “हाल ही में न्यूयॉर्क सहित अनेक शहरों में UNRWA पर, आतंकवाद का आरोप लगाने वाले होर्डिंग और विज्ञापन दिखाई दिए.”
उन्होंने बताया किया कि इन होर्डिंग व विज्ञापनों धन, इसराइल के विदेश मंत्रालय ने अदा किया.
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह के प्रचार से UNRWA के कर्मचारी ख़तरे में पड़ जाते हैं, उत्पीड़न को बढ़ावा मिलता है और अन्तरराष्ट्रीय समुदाय की कार्य करने की क्षमता में विश्वास कम होता है.
राजनैतिक ढाँचे की शुरुआत
फ़िलिपे लज़ारिनी ने, भविष्य को तरफ़ नज़र टिकाते हुए, UNRWA की सेवाओं को एक राजनैतिक ढाँचे के तहत स्थानान्तरित किए जाने की महत्ता को रेखांकित किया, जैसाकि दो-राष्ट्र के समाधान के लिए वैश्विक गठबन्धन ने मंशा व्यक्त की है.
उन्होंने कहा, “हमारे सामने एक स्पष्ट विकल्प है: या तो हम UNRWA को, क्नैसेट के क़ानून और प्रमुख दानदाताओं द्वारा धनराशि के निलम्बन के कारण को ध्वस्त होने दे सकते हैं, या हम एजेंसी को राजनैतिक ढाँचे के भीतर अपने शासनादेश को लगातार पूरा करने की अनुमति दे सकते हैं.”
उन्होंने कहा कि इस परिवर्तन में अराजकता से बचने और महत्वपूर्ण सेवाओं को संरक्षित करने के लिए सशक्त फ़लस्तीनी संस्थानों के साथ सहयोग शामिल होना चाहिए.
फ़लस्तीनी प्राधिकरण के साथ सहयोग

फ़िलिपे लज़ारिनी ने बताया कि UNRWA, इसराइल के क़ब्ज़े वाले पश्चिमी तट में सेवाएँ चलाने वाले फ़लस्तीनी प्राधिकरण के साथ पहले से ही सहयोग कर रही है. यह सहयोग क़ाबिज़ फ़लस्तीनी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा और शैक्षिक आवश्यकताओं को तत्काल पूरा करने के लिया किया जाता है.
उन्होंने ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि एजेंसी ग़ाज़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा की सबसे बड़ी प्रदाता बनी हुई है, जो प्रतिदिन लगभग 17 हज़ार चिकित्सा परामर्श आयोजित करती है. यह फ़लस्तीनी प्राधिकरण के बाद पश्चिमी तट में दूसरी सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता एजेंसी भी है.
उन्होंने शिक्षा पर, फ़लस्तीनी बच्चों के भविष्य की सुरक्षा में एजेंसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया, जिनमें से बहुत से बच्चे अब ग़ाज़ा के मलबे में रह रहे हैं.
उन्होंने चेतावनी दी, “अगर हम ग़ाज़ा में शिक्षा को फिर से शुरू करने और पश्चिमी तट में इसे संरक्षित करने में विफल रहते हैं, तो हम फ़लस्तीनी बच्चों की एक पूरी पीढ़ी की बलि चढ़ा देंगे.”
तत्काल अपील
फ़िलिपे लज़ारिनी ने एजेंसी की अनिश्चित वित्तीय स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित किया और दानकर्ता देशों से योगदान बढ़ाने, आबंटित धन बिना देरी के वितरित करने और वर्तमान में रोकी गई किसी भी धनराशि की अदायगी पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया.
उन्होंने चेतावनी दी कि तत्काल वित्तीय सहायता के अभाव में, UNRWA की अपने जीवन रक्षक कार्य को जारी रखने की क्षमता गम्भीर जोखिम में होगी.
महाआयुक्त ने प्रैस को यह भी बताया कि उन्होंने सुरक्षा परिषद से, UNRWA के संचालन को समाप्त होने से बचाने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
