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UNGA79: ग़ाज़ा संकट से उजागर हुई इसराइली सत्ता तंत्र की असलियत – ईरान

UNGA79: ग़ाज़ा संकट से उजागर हुई इसराइली सत्ता तंत्र की असलियत – ईरान

ईरानी राष्ट्रपति ने जुलाई महीने में अपना पदभार सम्भाला है. उन्होंने कहा कि ईरान परमाणु समझौते के मुद्दे पर वह सम्बद्ध पक्षों से बातचीत करने के लिए तैयार हैं.

वहीं, राष्ट्रपति पेज़ेशकियाँ ने ग़ाज़ा पट्टी में हालात पर कहा कि दुनिया ने इसराइल के अत्याचारों को देखा है. पिछले 11 महीने में 41 हज़ार मासूम लोगों को निर्ममता से मार दिया गया है, जिनमें अधिकाँश महिलाएँ व बच्चे हैं.

उन्होंने कहा कि इसराइल ने ईरानी वैज्ञानिकों, राजनयिकों, अतिथियों की भी हत्या की है. इसराइली सत्ता तंत्र के अपराधों और औपनिवेशवाद के पीड़ितों के लिए ईरान ने मुक्ति आन्दोलनों के लिए अपना समर्थन दिया है.

“हम दुनिया भर में लोगों के पक्ष में खड़े होते रहे हैं. हमने इसराइली अत्याचारों के विरुद्ध क्रोध में सड़कों को पाट दिया है. हम मानवता के विरुद्ध इसराइली अपराधों की निन्दा करते हैं.”

मसूद मेज़ेशकियाँ ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि ग़ाज़ा में हिंसा पर तुरन्त विराम लगाना होगा और स्थाई तौर पर युद्धविराम को लागू करना होगा.

उन्होंने लेबनान में इसराइल की बर्बरता की निन्दा करते हुए चेतावनी जारी की है कि पूरे क्षेत्र व दुनिया में इसकी आग फैलने से पहले ही इसे रोका जाना होगा.

ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने देश में सुधारों और विश्व के साथ सम्पर्क के पक्ष में प्रचार किया और ईरानी नागरिकों का भरोसा हासिल करना उनके लिए सम्मान की बात है.

मसूद पेज़ेशकियाँ ने ज़ोर देकर कहा कि मौजूदा, वैश्वीकृत दुनिया में कोई भी देश, किसी दूसरे की सुरक्षा को कमज़ोर बनाकर अपने लिए सुरक्षा हासिल नहीं कर सकता है. उनके अनुसार, वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अवसरों व सहयोग की निर्माण पर नए दृष्टिकोण को अपनाया जाना होगा.

वर्ष 2015 के ऐतिहासिक परमाणु समझौते का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि इसके तहत ईरान में उच्चतम स्तर पर परमाणु निरीक्षण व्यवस्था के बदले में, उसे अधिकार दिए गए थे और प्रतिबन्धों को हटा लिया गया था.

मगर, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प एकतरफ़ा ढंग से इस समझौते से पीछे हट गए, जोकि धमकी भरे तौर-तरीक़ों को दर्शाता है. उनके अनुसार, एकतरफ़ा प्रतिबन्ध थोपे जाने से मासूम लोग निशाना बनते हैं और ईरानी अर्थव्यवस्था को क्षति पहुँचती है.

मसूद पेज़ेशकियाँ ने कहा कि वह परमाणु समझौते में सम्बद्ध पक्षों के साथ सम्पर्क व बातचीत के लिए तैयार हैं. ईरान की सुरक्षा चिन्ताओं को समझते हुए, पारस्परिक चुनौतियों पर सहयोग के साथ एक नए दौर में प्रवेश किया जा सकता है.

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