संयुक्त राष्ट्र के सबसे लम्बे समय तक चलने वाले शान्ति अभियानों में से एक है – संयुक्त राष्ट्र सैन्य निष्क्रियता पर्यवेक्षक बल, जिसे इसके संक्षिप्त नाम UNDOF के नाम से जाना जाता है. यह आधी सदी से भी पहले शुरू हुआ था जब 1973 में मध्य पूर्व संकट भड़क उठा था.
इसराइली और सीरियाई बलों के बीच सैन्य विलगाव पर समझौता लागू हुआ, जिसमें क्षेत्र के दोनों ओर सीमित बलों और हथियारों के दो समान क्षेत्रों के लिए अलगाव का एक इलाक़ा निर्धारित किया गया था. इस समझौते पर अमल की निगरानी के लिए UNDOF की स्थापना की गई थी.
आपकी जानकारी के लिए:
संकट को समाप्त करने के लिए शान्ति स्थापना
1973 में इसराइल-मिस्र युद्ध के तुरन्त बाद, इसराइल-सीरिया सीमा क्षेत्र में, मार्च 1974 में स्थिति तेज़ी से अस्थिर हो गई, और झड़पें सघन हो गई थीं.
UNDOF की स्थापना मई 1974 के अन्त में हुई थी और 3 जून तक, यूएन महासचिव ने इस यूएन शान्तिरक्षआ मिशन के अन्तरिम कमांडर की नियुक्ति कर दी थी, जो उसी दिन सीरिया की राजधानी दमिश्क पहुँचे थे.
UNDOF आज भी उसी शासनादेश के साथ काम करता है.

UNDOF क्या करता है?
UNDOF के शासनादेश में, 1974 के बाद से कोई ख़ास बदलाव नहीं आया है:
• इसराइल और सीरिया के बीच युद्धविराम बनाए रखना.
• इसराइल और सीरियाई बलों के विघटन की निगरानी करना.
• मई 1974 के विघटन समझौते के प्रावधानों के अनुसार सैन्य अलगाव और सीमा के क्षेत्रों की निगरानी करना.
सुरक्षा परिषद, हर छह महीने में UNDOF के शासनादेश की समीक्षा करती है और उसे आगे बढ़ाती है. UNDOF का मौजूदा शासनादेश, 30 जून 2025 को समाप्त होने वाला है.
UNDOF के दो आधार शिविर हैं. फ़ओआर में स्थित इसका मुख्यालय बुनियादी सेवाएँ संभालता है और यह यूएन शान्ति बल दिन-रात गश्त लगाता है. जब भी कोई सैन्यकर्मी अलगाव के क्षेत्र में प्रवेश करता है या काम करने की कोशिश करता है तो यह शान्ति बल हस्तक्षेप करता है.
UNDOF युद्ध के दौरान अनफटे बचे बारूदी सुरंगों और विस्फोटकों के अवशेषों को भी साफ़ करता है. UNDOF ने बारूदी सुरंगों की पहचान करने और उन्हें चिह्नित करने के लिए अलगाव के क्षेत्र में सुरक्षा और रखरखाव कार्यक्रम शुरू किया है.
UNDOF इस क्षेत्र में तैनात तीन संयुक्त राष्ट्र शान्ति मिशनों में से एक है, जिसका काम युद्धविराम और शान्ति समझौतों की निगरानी करना है. अन्य दो हैं – संयुक्त राष्ट्र समझौता पर्यवेक्षण संगठन (UNTSO), जिसकी स्थापना 1948 में हुई थी. इनके अलावा, लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अन्तरिम बल (UNIFIL) भी, 1978 से तैनात है.

सैन्य विलगाव का क्षेत्र क्या है?
सैन्य विलगाव का क्षेत्र एक असैन्यीकृत क्षेत्र है और इसकी लम्बाई लगभग 80 किमी है, जिसकी चौड़ाई केन्द्र में 10 किमी से लेकर दक्षिण में एक किमी से भी कम तक फैली है, उत्तर में पहाड़ी इलाका है, जिस पर माउंट हरमोन का प्रभुत्व है.
यह संयुक्त राष्ट्र का सबसे ऊँचे स्थान पर, स्थायी रूप से तैनात मिशन है. यह 2,814 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, जहाँ अक्सर बर्फ़ गिरती रहती और शान्तिरक्षक, सर्दियों के मौसम के विशेष उपकरणों की बदौलत गश्त करते हैं.
यह क्षेत्र आबाद है और ऐतिहासिक रूप से सीरियाई अधिकारी इसकी निगरानी करते रहे हैं. UNDOF के अलावा किसी अन्य सैन्य बल को इस क्षेत्र के अन्दर काम करने की अनुमति नहीं है.
UNDOF इन प्रतिबन्धों की निगरानी, इसराइल के सैन्य बलों (IDF) और सीरियाई सुरक्षा बलों की सैन्य ठिकानों का, हर पखवाड़े निरीक्षण के माध्यम से करता है. यह निगरानी ऑब्जर्वर ग्रुप गोलान नामक समूह करता है, जिसमें UNTSC के सैन्य पर्यवेक्षक शामिल हैं.
UNDOF के तैनात क्षेत्र का नवीनतम तैनाती मानचित्र यहाँ देखें.

मौजूदा मध्य पूर्व संकट में मुख्य चुनौतियाँ
UNDOF ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान, युद्धविराम का उल्लंघन किए जाने की घटनाएँ दर्ज की हैं और उन्हें इसराइल और सीरियाई अधिकारियों के साथ मिलकर हल करने का काम किया है.
ग़ाज़ा में पिछले 15 महीनों के युद्ध के दौरान तनाव बढ़ने पर, गोलान में, एक मिसाइल ने 12 लोगों की जान ले ली. हाल ही में सैन्य विलगाव के क्षेत्र में उस समय तनाव बढ़ गया जब इसराइल के सैन्य (IDF) इस क्षेत्र में आगे तक बढ़ गए थे. ठीक उसी समय दिसम्बर (2024) के शुरू में, सीरिया के नए वास्तविक अधिकारियों ने, राष्ट्रपति बशर अल असद को सत्ता से बेदख़ल करके, अपना क़ब्ज़ा कर लिया था.
UNDOF के अन्तरिम मुखिया मेजर जनरल पैट्रिक गौशट का कहना है कि UNTSO पर्यवेक्षकों द्वारा समर्थित UNDOF शान्तिरक्षक, दिसम्बर 2024 से पहले की अपनी स्थिति में बने हुए हैं और युद्धविराम रेखा की निगरानी व गश्त जैसे महत्वपूर्ण कार्य जारी रखे हुए हैं. उन्होंने जनवरी (2025) के मध्य में, सुरक्षा परिषद को पेश की गई जानकारी में यह बात बताई.
गोलान के निवासियों ने भी UNDOF के समक्ष चिन्ता व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने अपने सम्बन्धियों की तलाशी और गिरफ़्तारियों की ख़बरों के बीच, इसराइली बलों को अपने गाँवों से निकले जाने के लिए कहा.
IDF की उपस्थिति और सड़क अवरोधों ने, UNDOF की परिचालन क्षमता को भी गम्भीर रूप से प्रभावित किया है, जिससे इसके दैनिक वाहन क़ाफ़िले कम हो गए हैं और इसकी आवाजाही की स्वतंत्रता पर भी असर पड़ा है.

नई वास्तविकताओं के साथ सामंजस्य
UNDOF ने, इन मौजूदा परिचालन चुनौतियों का सामना करते हुए, अपने नज़रिए को समायोजित किया है.
इस यूएन शान्ति मिशन ने, फ़िलहाल, साप्ताहिक गश्त की संख्या, 10 से बढ़ाकर 40 कर दी है और सार्वजनिक क्षेत्रों में अप्रयुक्त आयुध को निष्क्रिय करने जैसी तत्काल सुरक्षा चिन्ताओं पर भी ध्यान दिया है.
इस बीच, कार्यवाहक मिशन प्रमुख मेजर जनरल पैट्रिक गौशट ने बताया कि वास्तविक अधिकारियों के साथ, स्थिर संचार चैनल स्थापित करने के प्रयास जारी हैं.
मगर चिन्ताएँ बरक़रार हैं.
मेजर जनरल पैट्रिक गौशट ने 17 जनवरी को, सुरक्षा परिषद को बताया कि “यह ज़रूरी है कि संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षकों को, बिना किसी बाधा के अपने निर्धारित कार्य करने की अनुमति दी जाए.”
उन्होंने सभी पक्षों से युद्धविराम बनाए रखने और 1974 के समझौते की शर्तों का सम्मान करने का आग्रह किया. “हम शासनादेश पर पूर्ण अमल किए के लिए, सदस्य देशों के निरन्तर समर्थन पर निर्भर करते हैं.”
क्या UNDOF, बल का प्रयोग कर सकता है?
हाँ. UNDOF शान्तिरक्षकों को आत्मरक्षा में या संयुक्त राष्ट्र कर्मियों, ठिकानों व उपकरणों की रक्षा के लिए, बल का प्रयोग करने का अधिकार है.
UNDOF, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VI के तहत काम करता है, जो शान्ति समझौतों के कार्यान्वयन की निगरानी, अवलोकन और सुविधा पर ज़ोर देता है.
