उद्योग/व्यापार

Trading through Mobile: ट्रेडिंग में लगातार बढ़ रहा है मोबाइल का इस्तेमाल, BSE पर 25% ट्रेडिंग स्मार्टफोन से

इंडियन कैपिटल मार्केट में नए रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके साथ ही, मोबाइल फोन के जरिए किए जाने वाले ट्रेडिंग में भी मजबूत बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसका मतलब है कि मोबाइल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ट्रेडिंग के मामले में एवरेज स्मॉल इनवेस्टर्स का भरोसा बढ़ रहा है। BSE के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम का एक-चौथाई हिस्सा मोबाइल ट्रेडिंग ऐप से आया है। यह इसलिए अहम है क्योंकि पिछले कुछ सालों में मोबाइल ट्रेडिंग का हिस्सा काफी बढ़ गया है। साल 2010 में यह कुल ट्रेडों का मात्र 0.02 फीसदी था, जो मार्च में बढ़कर करीब 17 फीसदी पर आ गया। इस बीच, अप्रैल में NSE पर मोबाइल ट्रेड्स का हिस्सा लगभग 21 फीसदी रहा।

इस उछाल के लिए कई फैक्टर्स को जिम्मेदार माना जा रहा है, जिसमें ट्रेडिंग ऐप्स का आसान और इनोवेटिव होना शामिल हैं। इन ऐप्स के जरिए ट्रेडिंग काफी आसान हो गया है। मार्केट पार्टिसिपेंट्स का मानना है कि ट्रेडिंग के लिए मोबाइल की लोकप्रियता एवरेज रिटेल इनवेस्टर्स से आगे निकल गई है और यहां तक कि ट्रेडर्स भी बड़ी संख्या में ऐप का इस्तेमाल करते देखे जा सकते हैं।

Trading में मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

रेलिगेयर ब्रोकिंग के CEO गुरप्रीत सिदाना के अनुसार इस्तेमाल करने में आसानी के कारण ज्यादा से ज्यादा निवेशक मोबाइल ट्रेडिंग को पसंदीदा मोड के रूप में देख रहे हैं, क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध है और किफायती और सुविधाजनक है। उन्होंने आगे कहा, “ज्यादा से ज्यादा ब्रोकरेज मोबाइल ट्रेडिंग को प्राइमरी फोकस के रूप में रख रहे हैं। जब हम अपने वॉल्यूम (ब्रोकिंग वॉल्यूम) को देखते हैं, तो यह काफी हद तक रिटेल और कॉर्पोरेट है।” सिदाना ने बताया कि रेलिगेयर के लिए मोबाइल ट्रेडिंग वॉल्यूम का हिस्सा 60 फीसदी से ज्यादा है। और यह संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। यह कम नहीं हो रही है। कोविड के बाद इसमें कोई कमी नहीं आई है।

डिस्काउंट ब्रोकिंग फर्म SaS ऑनलाइन के फाउंडर और CEO श्रेय जैन इस बात से सहमत हैं कि ट्रेडिंग मेनस्ट्रीम बन गई है, खास तौर पर कोविड के बाद। यह बाजार में कई नए निवेशकों और ट्रेडर्स को आकर्षित कर रही है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि प्रोडक्ट में सिंपलीफिकेशन और इनोवेशन के कारण ऐसा हुआ है।”

अधिकांश नए निवेशक छोटे शहरों से

जैन ने कहा, “इन मोबाइल प्लेटफॉर्म पर ऑप्शन ने ट्रेडर के एक्सपीरियंस को पहले के डेस्कटॉप या लैपटॉप से मोबाइल पर ला दिया है, जिससे ट्रेडर या निवेशक के लिए एंट्री और एग्जिट का विश्लेषण करना आसान हो गया है।” उन्होंने आगे कहा, “अधिकांश नए निवेशक छोटे शहरों से हैं और मुख्य रूप से मोबाइल पर निर्भर हैं और उन्होंने कभी भी कंप्यूटर के माध्यम से ट्रेडिंग या निवेश नहीं किया है। किफायती और भरोसेमंद इंटरनेट एक्सेस और इक्विटी मार्केट में युवा पीढ़ी की सक्रिय भागीदारी के साथ हम जल्द ही मोबाइल के ज़रिए ट्रेडिंग और निवेश में और बढ़ोतरी देख सकते हैं।” उन्होंने बताया कि 5paisa के लगभग 90 फीसदी ग्राहक मोबाइल के जरिए ट्रेड या निवेश करते हैं।

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