ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggy) कै वैल्यूएशन में अमेरिकी इनवेस्टमेंट फर्म इनवेस्को (Invesco) ने लगातार दूसरी बार इजाफा किया है। इनवेस्को ने एक नियामकीय फाइलिंग में स्विगी का वैल्यूएशन बढ़ाकर 8.3 अरब डॉलर आंका है। प्राइवेट मार्केट से जुड़े आंकड़े मुहैया कराने वाली फर्म ट्रैक्सन के मुकाबिक, स्विगी में इनवेस्को की करीब 2 फीसदी हिस्सेदारी है। नियामकीय फाइलिंग्स के मुताबिक, इनवेस्को ने करीब 19.05 करोड़ डॉलर के निवेश से यह 2 फीसदी हिस्सेदारी या कंपनी के 28,844 शेयर खरीदे थे। अब अक्टूबर 2023 में एक नियामकीय फाइलिंग में इनवेस्को ने इस हिस्सेदारी की वैल्यूएशन 14.76 करोड़ डॉलर आंकी है। इस हिसाब से पूरी स्विगी कंपनी की वैल्यूएशन करीब 8.3 अरब डॉलर बैठती है।
यह लगातार दूसरी बार है जब इनवेस्को ने स्विगी का वैल्यूएशन बढ़ाया है। पिछले साल अक्टूबर में इनवेस्को ने स्विगी का वैल्यूएशन 42 प्रतिशत बढ़ाकर 7.85 अरब डॉलर कर दिया था। हालांकि, इससे पहले इनवेस्को ने लगातार कई बार स्विगी के वैल्यूएशन में कटौती की थी।
पिछले साल अप्रैल में इनवेस्को ने स्विगी का मूल्यांकन 10.7 अरब डॉलर से घटाकर 8 अरब डॉलर कर दिया था। उसके तुरंत बाद, इनवेस्को ने फिर से स्विगी के मूल्यांकन पर कैंची चलाई, जब दुनिया भर की कंपनियों और निवेशकों ने स्वीकार किया कि फूड डिलीवरी मार्केट उनकी अपेक्षा से धीमी गति से बढ़ रहा था। इसके चलते इनवेस्को ने कहा कि स्विगी का वैल्यूएशन 5.5 अरब डॉलर था। यह जनवरी 2022 में स्विगी की ओर से 10.7 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर जुटाए गए फंडिंग का करीब आधा था।
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इनवेस्को ने इस बार स्विगी के वैल्यूएशन में करीब 6 प्रतिशत का इजाफा किया है। हालांकि यह अभी भी अपने 10.7 अरब डॉलर के पीक वैल्यूएशन से काफी नीचे है। कंपनी ने इसी वैल्यूएशन पर निवेशकों से 700 अरब डॉलर जुटाए थे और अमेरिकी इनवेस्टमेंट फर्म ने भी इस राउंड में भाग लिया था। स्विगी के अन्य निवेशकों में, अमेरिका की बैरन कैपिटल ने भी हाल में कंपनी के वैल्यूएशन में बदलाव किया है। मार्च 2023 में बैरन कैपिटल ने स्विगी की फेयर वैल्यू करीब 40 फीसदी घटाकर 6.5 अरब डॉलर कर दिया था।
इस बीच स्विगी की राइवल कंपनी जोमैटो (Zomato), शेयर बाजार में करीब 12 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर कारोबार कर रही है। इसकी वित्तीय सेहत में सुधार के साथ हाल में इसके शेयरों में अच्छी तेजी आई है और इसका मार्केट कैप पहली बार 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया था।