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SEBI ने म्यूचुअल फंडों को विदेशी ईटीएफ में निवेश वाली स्कीमों में इनवेस्टमेंट रोकने को कहा, जानिए क्या है इसका मतलब

SEBI ने म्यूचुअल फंडों को उन स्कीमों में इनवेस्टमेंट नहीं लेने को कहा है, जो विदेश में ईटीएफ में निवेश करती हैं। सेबी का यह आदेश 1 अप्रैल से लागू हो जाएगा। म्यूचुअल फंडों के लिए विदेशी सिक्योरिटीज में निवेश की मैक्सिमम लिमिट 7 अरब डॉलर है। म्यूचुअल फंडों का निवेश जनवरी 2022 में इस लिमिट तक पहुंच गया था। इसके बाद सेबी ने म्यूचु्अल फंडों को विदेश में निवेश रोक देने को कहा था। अब मार्केट रेगुलेटर ने म्यूचुअल फंडों के लिए विदेश में निवेश से जुड़ा नया आदेश दिया है। इसकी वजह यह है कि विदेश में ईटीएफ के लिए 1 अरब डॉलर की लिमिट तय है। म्यूचुअल फंडों का निवेश इस लिमिट के करीब पहुंच गया है।

SEBI ने AMFI को लिखा है लेटर

SEBI ने इस बारे में म्यूचुअल फंड हाउसेज का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था AMFI को 20 मार्च को एक लेटर लिखा है। मनीकंट्रोल ने इस लेटर की कॉपी देखी है। इस पूरे मामले को समझने के लिए विदेश में म्यूचुअल फंडों के निवेश के बारे में जान लेना जरूरी है। म्यूचुअल फंडों की ऐसी दो स्कीमें हैं जो विदेश में निवेश करती हैं। पहली स्कीम सीधे विदेशी शेयरों में निवेश करती हैं। इसके लिए 7 अरब डॉलर की लिमिट तय है। दूसरी स्कीम फंड ऑफ फंड है जो विदेश में ईटीएफ की यूनिट्स खरीदती है। इसके लिए 1 अरब डॉलर की लिमिट तय है।

म्यूचुअल फंडों की 77 स्कीमें विदेश में निवेश करती हैं

सेबी के आदेश के बाद म्यूचुअल फंडों को अपनी उन स्कीमों में निवेश पर रोक लगाना होगा, जो विदेश में ईटीएफ में निवेश करती हैं। इंडिया में म्यूचुअल फंडों की ऐसी 77 स्कीमें हैं जो विदेश में निवेश करती हैं। SEBI ने 2023 में एक आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया था कि विदेश में स्टॉक्स की कीमतों में गिरावट की वजह से अगर किसी म्यूचुअल फंड के एसेट अंडर मैनेजमेंट में कमी आई है तो विदेशी स्टॉक्स में निवेश कर सकता है।

म्यूचुअल फंड हाउसेज निवेश की ऊपरी सीमा का रखते हैं ध्यान

म्यूचुअल फंडों की विदेश में निवेश करने वाली स्कीमें निवेश की ऊपरी सीमा को ध्यान में रख कभी इनवेस्टर्स से इनवेस्टमेंट लेती तो कभी नहीं लेती हैं। जब उनके एसेट अंडर मैनेजमेंट की वैल्यू घट जाती है तो वे नया निवेश लेती है। जब एयूएम की वैल्यू बढ़ जाती है तो वे नया निवेश लेना बंद कर देती हैं।

अभी कई फंड विदेश में निवेश के लिए नए निवेश ले रहे

म्यूचुअल फंड की चार स्कीमों ने 26 फरवरी को इनवेस्टमेंट लेने पर रोक लगा दी थी। इनमें Nippon India US Equity Opportunities, Nippon India Japan Equity, Nippon India Taiwan Equity और Nippon India ETF Hang Seng BeES शामिल हैं। अभी ईटीएफ के अलावा ज्यादातर ग्लोबल फंड्स निवेशकों से नया निवेश ले रहे हैं। जैसे ही यह निवेश तय मैक्सिमम लिमिट तक पहुंच जाएगा, वे निवेश लेना बंद कर देंगे।

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