देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) ने अपने एंप्लॉयीज से कहा है कि वे ग्राहकों को उनकी सहमति के बिना सरकार प्रायोजित इंश्योरेंस स्कीम्स में शामिल नहीं करें। बैंक ने अपनी आंतरिक चिट्ठी में कहा है कि उसे व्हिसल-ब्लोअर पॉलिसी के तहत शिकायत मिली है कि कई ग्राहकों की सहमति के बिना उनके खातों से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना (PMJJY) और अटल पेंशन योजना (APY) के लिए पैसे कट रहे हैं।
मनीकंट्रोल (Moneycontrol) ने इस चिट्ठी की कॉपी देखी है। बैंक की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ‘ये ट्रांजैक्शन रीजनल बिजनेस ऑफिस (RBOs) में मौजूद एंप्लॉयीज द्वारा किए जा रहे हैं। बैंक के मैनेजमेंट ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है।’
बैंक ने सीनियर अधिकारियों को इस तरह की गतिविधियों से बचने की सलाह दी है। चिट्ठी में कहा गया है, ‘हम आपको टॉप मैनेजमेंट की इस चिंता से अवगत कराना चाहते हैं। साथ ही, आपको ऐसी अनैतिक गतिविधियों से बचने की सलाह देते हैं।’ इस सिलसिले में SBI को भेजी गई ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला।
30 सितंबर, 2023 के मुताबिक, अटल पेंशन योजना में SBI का शेयर 43.35 पर्सेंट था। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में बैंक का शेयर 38.52 पर्सेंट और प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना में उसकी हिस्सेदारी 32.07 पर्सेंट हिस्सेदारी थी। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन दीपक मोहंती ने पिछले साल बताया था कि नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और अटल पेंशन योजना (APY) का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 10 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया था।
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