फ्रांसीसी कार कंपनी रेनॉ (Renault) ने नई पीढ़ी की इलेक्ट्रिक वैन बनाने के लिए 30 करोड़ यूरो (करीब 2,700 करोड़ रुपये) का निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी यह निवेश साल 2026 से करेगी और इन वैन का उत्पादन उत्तरी फ्रांस के सैंडोविले में स्थित उसके असेंबली प्लांट में किया जाएगा। एक बयान में कहा गया है कि कंपनी अगले 4 सालों में इस प्लांट में 550 और कर्मचारियों को जोड़ेगी। फिलहाल इस प्लांट में पेरोल पर करीब 1,850 कर्मचारी हैं। कंपनी का लक्ष्य एक ऐसी हल्की वैन बनाने का है, जिसका इस्तेमाल खासतौर पर पार्सल डिलीवरी में लास्ट-माइल के तौर पर किया जाए।
यह प्रोजेक्ट रेनॉ की इलेक्ट्रिक व्हीकल यूनिट फ्लेक्सीज (Flexis) का हिस्सा होंगे, जो स्वीडन की वोल्वो और फ्रेंच शिपिंग और लॉजिस्टिक्स कंपनी CMA CGM के साथ उसका ज्वाइंट वेंचर है।
रेनॉल्ट और वोल्वो ने मार्च में ज्वाइंट वेंचर का आधिकारिक तौर पर ऐलान किया था और उन्हें इसके लिए जरूरी नियामकीय मंजूरियां भी मिल गई हैं। रेनॉ ने एक बयान में बताया कि CMA CGM ग्रुप ने इस ज्वाइंट वेंचर में 12 करोड़ यूरो तक का निवेश करने की दिलचस्पी दिखा है।
भारत को लेकर रेनॉ की रणनीति
रेनॉ-निसान (Reanult Nissan) की साझेदारी भारत में साल 2008 से ही एक्टिव है और 27 मार्च को इसके भारत में कारोबार के 25 साल पूरे हुए। इस मौके पर ने भारतीय बाजार के 2.0 रणनीति का ऐलान किया। ग्रुप ने बताया किया वह आने वाले दिनों में भारत में 4 नए मॉडल लॉन्च करने वाले हैं। इसमें एक 5 सीटर और एक 7-सीटर SUV शामिल है।
रिपोर्टों की मानें तो कंपनी अपने सबसे लोकप्रिय मॉडल ‘डस्टर एसयूवी (Duster SUV)’ को भी नए अंदाज में बाजार में दोबारा उतारने की तैयारी कर रही है। रेनॉ ग्रुप के सीईओ लुका डी मेयो ने कहा, “भारत में हमारा कारोबार कुछ मंद पड़ा है, लेकिन यहां से हमारे सामने यह साबिक करने का मौका हम इस बाजार में काफी सफल हो सकते हैं।”
कंपनी अपने सभी नए मॉडल को CMF-B प्लेटफॉर्म पर लॉन्च कर सकती है। हालांकि सीईओ ने नए मॉडल के लॉन्चिंग की समयसीमा को लेकर कोई जानकारी नहीं दी।