ग्लोबल इनवेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स ने मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में भारत के लिए जीडीपी अनुमान 0.10 पर्सेंट बढ़ाकर 6.7 पर्सेंट कर दिया है। रिजर्व बैंक द्वारा सरकार को बंपर डिविडेंड ट्रांसफर किए जाने के बाद इनवेस्टमेंट बैंक ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में बढ़ोतरी की है। गोल्डमैन सैक्स को उम्मीद है कि रिजर्व बैंक अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। उसके मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट में बढ़ोतरी से कोर गुड्स इनफ्लेशन में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
इनवेस्टमेंट बैंक की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ‘आने वाले समय में हमें इनवेस्टमेंट ग्रोथ की रफ्तार बनी रहने की उम्मीद है। रिजर्व बैंक ने अनुमान से ज्यादा डिविडेंड सरकार को ट्रांसफर किया है, लिहाजा इंफ्रास्ट्रक्चर पर और खर्च के लिए गुंजाइश बन सकती है। लिहाजा, हमने हाल में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान थोड़ा सा यानी 0.10 पर्सेंट बढ़ाकर 6.7 पर्सेंट कर दिया है।’
गोल्डमैन सैक्स का कहना है, ‘भारत में ग्रोथ की रफ्तार मजबूत बनी रहेगी, जबकि हमारा मानना है कि कोर इनफ्लेशन अप्रैल-जून में रिकॉर्ड से नीचे की तरफ जाने लगेगा। जुलाई-दिसंबर में कोर इनफ्लेशन 4.0-4.5 पर्सेंट रहने का अनुमान है।’ हालांकि, रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी के सदस्यों ने हाल में फूड इनफ्लेशन को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व
गोल्डमैन सैक्स के अनुमानों के मुताबिक, अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल दो बार यानी सितंबर और दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। इनवेस्टमेंट बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘ अमेरिकी अर्थशास्त्रियों की हमारी टीम ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा पहली कटौती की अनुमानित तारीख को जुलाई से बढ़ाकर सितंबर कर दिया है। हालांकि, अब भी 2024 में ब्याज दरों में 2 बार कटौती का अनुमान है।’