राहुल गांधी के खिलाफ जारी रहेगा अभियान
राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी की ओर से भी पलटवार हुआ। राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती से भारतीय लोकतंत्र को पटरी से उतारने और नीचा दिखाने का आरोप लगाया। प्रसाद ने संसद में बोलने की अनुमति देने या नहीं देने संबंधी राहुल गांधी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी लोकतंत्र की सफलता या विफलता का पैमाना नहीं बन सकती। उन्होंने कहा कि बीजेपी राहुल गांधी के खिलाफ अभियान जारी रखेगी और उनसे माफी मांगने को कहेगी।
वह ऐसे व्यवहार कर रहे हैं मानों देशभक्ति का कोई महान कार्य करने के बाद वह भारत लौटे हों। राहुल गांधी ने अब तक माफी नहीं मांगकर अपनी और कांग्रेस की छोटी मानसिकता का प्रदर्शन किया है।
पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकला कि हमने जो भारत के लोकतंत्र के बारे में कहा था, उसका मुझे खेद है। आज देश उनके अहंकार से दुखी है। इससे पहले, राहुल गांधी ने कहा था कि उनके खिलाफ सरकार के चार मंत्रियों ने आरोप लगाए गए हैं, इसलिए उन्हें लोकसभा में अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए।
भारत की प्रतिष्ठा पर पहले कभी इस तरह से हमला नहीं हुआ है। राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन विदेशी शक्तियों से हस्तक्षेप की मांग करने से बड़ा कोई अपराध नहीं हो सकता। राहुल गांधी ने गंभीर अपमानजनक टिप्पणी की है, और इससे पूरे देश में गुस्सा है।
प्रह्लाद जोशी , संसदीय कार्य मंत्री
राहुल गांधी ने कहा- शायद उन्हें बोलने दिया जाए
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ब्रिटेन में दिए अपने एक बयान को लेकर संसद में चल रहे गतिरोध पर गुरुवार कहा कि अडानी समूह से जुड़े मामले से ध्यान भटकाने के लिए सरकार की ओर से यह पूरा तमाशा खड़ा किया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि उम्मीद है कि शुक्रवार को लोकसभा में उन्हें अपनी बात रखने दिया जाएगा क्योंकि सरकार के चार मंत्रियों ने सदन में उनके खिलाफ आरोप लगाए हैं। साथ ही राहुल गांधी ने यह भी कहा कि शायद लोकसभा में उन्हें बोलने नहीं दिया जाए।
मैं एक सांसद हूं और संसद में चार मंत्रियों ने मेरे खिलाफ आरोप लगाए हैं। ऐसे में संसद के भीतर इन आरोपों का जवाब देना, यह मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है। अगर भारत में लोकतंत्र बरकरार है तो मैं संसद में अपनी बात रख पाऊंगा।
राहुल गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष
राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी मुलाकात की और उनसे सदन में अपनी बात रखने की अनुमति देने का आग्रह किया। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अडानी के रिश्ते के बारे में सवाल पूछे थे। उस भाषण को पूरी तरह कार्यवाही से हटा दिया गया।
वह अडानी मुद्दे और अपनी विफलताओं पर चर्चा से बचने के लिए संसद नहीं चलने दे रहे। राहुल गांधी की ब्रिटेन में की गई टिप्पणी को लेकर माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं है।
मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल गांधी ने दावा किया कि जब वह संसद पहुंचे थे तो आज एक मिनट के अंदर सदन को स्थगित कर दिया गया। यह पूरा मामला ध्यान भटकाने का है। सरकार और प्रधानमंत्री, अडानी मुद्दे से डरे हुए हैं। इसलिए उन्होंने पूरा तमाशा खड़ा किया है।
