Will Rahul Gandhi contest from Amethi: राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनावी मैदान में हैं। यहां मतदान हो चुके हैं और 72.20 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। अब सभी की निगाहें यूपी के अमेठी सीट पर है कि कांग्रेस यहां से किसे उतारती है। कांग्रेस ने अभी तक सिर्फ यहीं नहीं बल्कि रायबरेली से भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। अमेठी की बात करें तो पिछली बार 2019 के चुनाव में राहुल गांधी यहां से मैदान में थे और उन्हें बीजेपी की स्मृति ईरानी ने मात दी थी। इस बार भी बीजेपी ने स्मृति ईरानी को टिकट दिया है तो अब सभी की निगाहें इस बात पर है कि कांग्रेस यहां से किसे टिकट देगी। अमेठी में चुनाव पांचवे चरण में है और नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 3 मई है यानी कि कांग्रेस जल्द से जल्द इस पर फैसला ले सकती है।
Congress क्यों नहीं कर रही कैंडिडेट का ऐलान?
वर्ष 2019 में हार के बावजूद राहुल गांधी ने अमेठी से गहरा नाता बनाए रखा है। हार के बाद से कई सार्वजनिक भाषणों में उन्होंने अमेठी को अपना घर कहा और कहा कि कोई भी उन्हें अमेठी से अलग नहीं कर सकता। इसके अलावा पार्टी सूत्रों का भी कहना है कि राहुल के फिर से अमेठी से चुनाव लड़ने की संभावना है और कांग्रेस उनकी उम्मीदवारी की घोषणा करने के लिए वायनाड में मतदान समाप्त होने का इंतजार कर रही है।
Rahul Gandhi को लेकर Amethi के लोगों का क्या कहना है?
कांग्रेस अमेठी से राहुल गांधी को उतारेगी या नहीं, ये तो कुछ ही दिन में पता चल जाएगा लेकिन वहां के लोगों के मन में क्या है, इसे लेकर कुछ अंदाजा लगाया जा सकता है। एक मीडिया चैनल ने इसे लेकर अमेठी के वोटर्स से बातचीत की और पाया कि राहुल गांधी को लेकर यहां के लोगों के विचार बंटे हुए हैं। कांग्रेस के कई समर्थकों और अन्य स्थानीय लोगों ने कहा कि वे चाहते हैं कि राहुल फिर से चुनाव लड़ें। इसमें कुछ लोगों ने असंतोष भी जाहिर किया। एक मेडिकल स्टोर के मालिक ने दृढ़तापूर्वक कहा कि राहुल अमेठी से चुनाव लड़ेंगे और कहा कि लोगों को उन्हें वोट देना चाहिए। एक कार्यकर्ता और वकील ने कहा कि अगर राहुल चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो वह बड़े अंतर से जीतेंगे। एक कारोबारी ने कहा कि वह कांग्रेस के किसी भी उम्मीदवार का समर्थन करेंगे लेकिन वह चाहते हैं कि अमेठी से राहुल को टिकट दिया जाए।
वहीं दूसरी तरफ एक वोटर ने कहा कि राहुल ने अपने तीन कार्यकाल के दौरान अमेठी के लिए कुछ नहीं किया। एक वकील ने कहा कि वह राहुल के अमेठी से चुनाव लड़ने का विरोध करते हैं। उनका कहना है कि लोग किसी ऐसे व्यक्ति को वोट नहीं दे सकते जो निर्णय नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि अमेठी उनका सुरक्षित दांव और विरासत थी लेकिन उन्हें यहां के लोगों पर भरोसा नहीं था और इसलिए मतदाताओं ने किसी और को चुना।
Smriti Irani ने दी चुनौती
बीजेपी ने अमेठी से एक बार फिर स्मृति ईरानी को उम्मीदवार बनाया है। अमेठी के लोगों के मिले-जुले रुझानों के बीच उन्होंने राहुल गांधी को यहां से लड़ने की खुली चुनौती दी है। लोकसभा चुनाव से पहले अपने प्रचार अभियान में स्मृति ईरानी ने राहुल पर बार-बार निशाना साधा और कहा कि राहुल गांधी ने अपने 15 साल के कार्यकाल के दौरान अमेठी के लोगों के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने वायनाड को अपने परिवार के रूप में चुनने के लिए भी राहुल पर निशाना साधा। यह ऐसे समय में सामने आया है जब कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता सुझाव दे रहे हैं कि अगर राहुल वायनाड से ही चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो अमेठी से प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को चुनाव लड़ना चाहिए।