उन्होंने मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को भाजपा द्वारा राजनीति का आयोजन बनाए जाने संबंधी आरोपों को लेकर कहा, ‘‘भगवान राम देश और दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक है।’’ उन्होंने कहा,‘‘… ऐसे में इस कार्यक्रम का भी विरोध करना दर्शाता है कि आपको कहीं न कहीं यहां भी तुष्टीकरण दिख रहा है।’’ उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है। कांग्रेस इस कार्यक्रम को राजनीतिक कार्यक्रम करार दे रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा था कि भाजपा ने भगवान राम के कार्यक्रम को अपने राजनीतिक फायदे का आयोजन बना दिया है।
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