बिजली, कोयला और रेलवे मंत्रालयों तथा बिजली उत्पादन कंपनियों के प्रतिनिधियों वाला एक उप-समूह कुशल आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने में प्रभावी भूमिका निभा रहा है।
देश में भीषण गर्मी के चलते बिजली की अधिकतम मांग के बीच ताप बिजलीघरों में कोयले का भंडार 4.5 करोड़ टन से अधिक बना हुआ है। इतना कोयला 19 दिनों की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
देश में बिजली की अधिकतम मांग बृहस्पतिवार को 250 गीगावाट के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई।
सूत्रों ने कहा कि ताप बिजली संयंत्रों में कोयले का भंडार 4.5 करोड़ टन से अधिक बना हुआ है, जो पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक है।
सूत्रों ने कहा कि कोयले की आपूर्ति के लिए सुचारू और पर्याप्त लॉजिस्टिक व्यवस्था सुनिश्चित करने से यह संभव हो पाया है।
बिजली, कोयला और रेलवे मंत्रालयों तथा बिजली उत्पादन कंपनियों के प्रतिनिधियों वाला एक उप-समूह कुशल आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने में प्रभावी भूमिका निभा रहा है।
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