Paytm Payments Bank Crisis : पेटीएम पेमेंट्स बैंक के CEO विजय शेखर शर्मा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की है। यह जानकार सूत्रों ने दी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर सख्त कदम उठाए थे। माना जा रहा है कि इस मामले को सुलझाने के लिए अब पेटीएम के CEO ने वित्त मंत्री से मुलाकात की है। इससे पहले खबर आई थी कि विजय शेखर शर्मा के नेतृत्व में पेटीएम के अधिकारियों के एक ग्रुप ने 5 फरवरी को भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों से मुलाकात की है। मनीकंट्रोल को सूत्रों ने बताया कि यह मुलाकात पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) के कस्टमर्स के लिए अकाउंट माइग्रेशन के तौर-तरीकों पर चर्चा करने के लिए की गई थी।
ED ने मांगी है रिपोर्ट
एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) और फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने रिजर्व बैंक से पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर हाल में की गई कार्रवाई पर अपनी रिपोर्ट साझा करने को कहा है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत नियमों के उल्लंघन का जांच करने वाली एजेंसियां ED और FIU पहले से ही एंटी मनी लांड्रिंग लॉ के तहत पेमेंट प्लेटफॉर्म से संबंधित मामलों की जांच कर रही हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ED ने आरबीआई से अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट साझा करने को कहा है ताकि वह विश्लेषण कर सके कि क्या उसे पीपीबीएल के खिलाफ जांच शुरू करने की जरूरत है।
सूत्रों ने कहा कि रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। एजेंसी नई जांच शुरू कर सकती है या पेटीएम से जुड़ी चल रही जांच में नए आरोप शामिल कर सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद पेटीएम ने कहा है कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है। उसकी पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस, फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा और पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ मनी लांड्रिंग या विदेशी विनिमय नियमों के उल्लंघन को लेकर जांच नहीं की जा रही है।
RBI ने की है कार्रवाई
बता दें कि बैंक पर RBI के नियमों का पालन नहीं करने के चलते कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही बैंक पर बार-बार बताने के बावजूद कंप्लायंस को लेकर गंभीरता नहीं दिखाने के आरोप हैं। RBI ने पेटीएम को 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट या फैस्टैग में जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है। कस्टमर्स 29 फरवरी तक अपने वॉलेट में जमा पैसे का इस्तेमाल कर सकते हैं और सर्विसेज के लिए भुगतान कर सकते हैं। इसके चलते कंपनी के शेयरों में लगातार लोअर सर्किट देखने को मिला और यह 40 फीसदी से अधिक टूट गया है। हालांकि, आज इसमें कुछ रिकवरी जरूर देखी गई है।