पेमेंट सॉल्यूशंस कंपनी पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) ने 4 फरवरी को साफ किया कि कंपनी या उससे जुड़ी अन्य इकाइयों की जांच एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) नहीं कर रहा है। कंपनी का यह स्पष्टीकरण उन खबरों के बाद आया है, जिनमें कहा गया था कि एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट पेटीएम की बैंकिंग इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) के खिलाफ जांच शुरू कर सकता है।
कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया, ‘कंपनी स्पष्ट तौर पर यह बताना चाहती है कि वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड, हमारे एसोसिएट्स और/या उनके फाउंडर व CEO के खिलाफ ईडी किसी भी तरह की जांच नहीं कर रहा है।’ एक दिन पहले एक समाचार एजेंसी ने रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा के हवाले से खबर दी थी कि अगर फंडों की हेराफेरी के नए आरोप सामने आते हैं, तो एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच कर सकता है।
मल्होत्रा ने कहा था, ‘अगर रिजर्व बैंक (RBI) को पेटीएम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की कोई शिकायत मिलती है, तो एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट इसकी जांच कर सकता है।’ रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बैंक पर 29 फरवरी से नए डिपॉजिट लेने और क्रेडिट ट्रांजैक्शन को अंजाम देने पर रोक लगा दी थी। बैंक पर किसी भी ग्राहक खाते में टॉप-अप स्वीकार करने पर भी रोक लगा दी जाएगी, मसलन प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट, फास्टैग, NCMC कार्ड आदि।
नियमों का पालन नहीं करने और निगरानी संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर RBI द्वारा कार्रवाई की गई थी। पेटीएम ने रेगुलेटरी फाइलिंग में उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया था, जिनमें रिजर्व बैंक की कार्रवाई को मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों का नतीजा बताया गया था।