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Parliament Diary: संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक, अप्रचलित कानूनों को निरस्त करने वाले बिल को भी मंजूरी

Parliament Diary: संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक, अप्रचलित कानूनों को निरस्त करने वाले बिल को भी मंजूरी

संसद के शीतकालीन सत्र का आज आठवां दिन है। हालांकि आज का दिन बेहद चर्चा वाला रहा। दरअसल, आज संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। लोकसभा के भीतर दो व्यक्तियों ने दर्शक दीर्घा से कार्यवाही के दौरान कूदने की कोशिश की। इसके बाद से इस घटना ने पूरे देश को चिंता में डाल दिया। कूदने वाले एक व्यक्ति को वहां मौजूद सांसदों ने पकड़कर पीटना भी शुरू कर दिया। लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने इस घटना को पूरी तरीके से चिंताजनक बताया और जांच के निर्देश दिए हैं। लगातार लोकसभा में सुरक्षा एजेंसी जांच की कोशिश में जुटी हुई है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि घटना को कैसे अंजाम दिया गया। यह मुद्दा राज्यसभा में भी उठा जहां प्रतिपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अमित शाह को संसद में जवाब देने की बात कही। हालांकि, भाजपा ने इसे कहीं ना कहीं राजनीतिकरण बता दिया। 

लोकसभा की कार्यवाही

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन के भीतर दो लोगों के कूदने की घटना को गंभीर करार देते हुए बुधवार को कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जा रही है जिसके निष्कर्ष के आधार पर कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सदन में यह भी कहा कि संसद की सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक समीक्षा होगी तथा सभी दलों के नेताओं से विचार-विमर्श करने के बाद सुरक्षा व्यवस्था में जरूरी सुधार भी किए जाएंगे। बिरला ने लोकसभा में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों को रोकने और दबोचने में मुस्तैदी एवं निडरता दिखाने के लिए सांसदों, सुरक्षाकर्मियों एवं कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने अपराह्न चार बजे सदन की कार्यवाही बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 

सरकार ने लोकसभा में बुधवार को इस आरोप का विरोध किया कि वह विपक्ष को चुप कराकर विधेयक पर चर्चा का प्रयास कर रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने (चौधरी ने) कहा कि विपक्ष को चुप कराकर (विधेयक पर) चर्चा का प्रयास नहीं किया जाना चाहिए। 

सरकार ने बुधवार को लोकसभा को अवगत कराया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत लाभार्थियों को सी-फूड देने की कोई योजना नहीं है। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने प्रश्नकाल के दौरान वाईएसआर कांग्रेस के श्रीकृष्ण देवरायालू लावू के एक पूरक प्रश्न के उत्तर में यह बात कही।

केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकर में दूरसंचार क्षेत्र में निवेश और पारदर्शिता बढ़ी है तथा तेजी से प्रगति हो रही है। सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के पूरक प्रश्न के उत्तर में वैष्णव ने मुख्य विपक्षी दल पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पूर्ववर्ती सरकार ने दूरसंचार क्षेत्र को बर्बाद कर दिया था।

राज्यसभा की कार्यवाही

राज्यसभा ने बुधवार को उन 76 कानूनों को निरस्त करने के लिए निरसन और संशोधन विधेयक, 2023 पारित कर दिया जो अप्रचलित हैं या जिन्हें अन्य कानूनों द्वारा निरर्थक बना दिया गया है। राज्यसभा ने बुधवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2023 को ध्वनि मत से पारित कर दिया, जिसका उद्देश्य तेलंगाना में एक केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना करना है, जो मुख्य रूप से भारत की आदिवासी आबादी के लिए उच्च शिक्षा और अनुसंधान सुविधाएं प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रतियोगी परीक्षाओं के तनाव के कारण छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों का बुधवार को संज्ञान लिया और उच्च सदन के सदस्यों को इस मुद्दे पर चर्चा का प्रस्ताव देने के लिए कहा। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों ने प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण छात्रों की आत्महत्या पर पांच पूरक प्रश्न पूछे। 

शहीदों को श्रद्धांजलि

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन पर वर्ष 2001 में आज ही के दिन किए गए आतंकवादी हमले की बुधवार को बरसी पर, इस हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। संसद परिसर में शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने वाले प्रमुख नेताओं में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री मंत्री पीयूष गोयल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह शामिल थे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर 2001 के संसद हमले को विफल करते हुए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को याद किया। 

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