One Nation One Election: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (Janata Dal United) ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने का समर्थन किया है, लेकिन स्थानीय निकाय चुनावों को अलग से कराने की मांग की है। पार्टी ने वन नेशन, वन इलेक्शन (One Nation One Election) पर गठित एक हाई कमेटी से कहा है कि वो लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का समर्थन करती है। जेडीयू ने कहा है कि सभी स्थानीय निकाय- नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनाव एक साथ कराना चाहिए।
JDU के शिष्टमंडल ने पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति से मुलाकात की। JDU के वन नेशन वन इलेक्शन के बारे में पार्टी की राय बताई। इस बात की जदयू के वरिष्ठ नेता संजय झा ने दी।
एक साथ चुनाव कराने से वित्तीय बोझ होगा कम
बता दें कि साल 2023 में कोविंद पैनल का गठन किया गया था। इसमें मौजूदा संवैधानिक ढांचे को ध्यान में रखते हुए लोकसभा, राज्य विधानसभाओं, नगर पालिकाओं और पंचायतों के लिए के लिए एक साथ चुनाव कराने और जांच करने और सिफारिशें करने का काम सौंपा गया था। एक साथ चुनाव पर विधि आयोग और संसदीय समितियों की रिपोर्टों का हवाला देते हुए JDU ने कहा कि एक साथ चुनाव से बार-बार होने वाले चुनावों से जुड़ा वित्तीय बोझ कम हो जाएगा। पार्टी ने समिति से कहा कि चुनाव प्रचार में लगने वाले समय को बचाकर नेता शासन, नीति निर्धारण पर फोकस बढ़ा सकते हैं।
दरअसल, भारत के विधि आयोग ने निर्वाचन विधियों में सुधार से संबंधित अपनी रिपोर्ट में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की सिफारिश की है। जिस पर पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति विचार कर रही है। साल 1947 में आजादी मिलने के बाद से लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव अधिकतर एक साथ आयोजित हुए थे। लेकिन 1960 के दशक के अंतिम सालों में से एक साथ चुनाव का सिलसिला कई कारणों से अड़चने आने लगी थी।