जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत (Nikhil Kamath) के निवेश वाली कंपनी ‘थर्ड वेव कॉफी (Third Wave Coffee)’ ने 100 से 120 कर्मचारियों की छंटनी की है। इस मामले से वाकिफ लोगों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। थर्ड वेव कॉफी एक कैफे ब्रांड है, जो ग्राहकों को स्पेशियालिटी कॉफी और फूड ऑफर करती है। बेंगलुरु मुख्यालय वाले इस स्टार्टअप ने छंटनी का फैसला ऐसे समय किया, जब इसने हाल में एक फंडिंग राउंड के जरिए करीब 3.5 करोड़ डॉलर (करीब 291 करोड़ रुपये) जुटाए थे। कंपनी ने यह रकम सीरीज सी राउंड के तहत जुटाए थे और इसमें सबसे बड़ा प्राइवेट इक्विटी फर्म क्रीजीस, वेस्टब्रिज कैपिटल और उड़ान के सुजीत कुमार ने किया।
जानकारी के मुताबिक, टेक, फाइनेंस, मार्केटिंग और बिजनेस डेवलपमेंट सहित सभी डिपार्टमेंट में छंटनी हुई है। एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “कंपनी के फाउंडर और एचआर हेड ने एक-एक करके कर्मचारियों को बुला रहे हैं, 10-15 मिनट तक उनसे बात कर रहे हैं और लोगों को बता रहे हैं कि कंपनी के नए रिस्ट्रक्चर में अब उनके पद की जरूरत नहीं है।”
कर्मचारी ने कहा, “यह पिछले दो दिनों से चल रहा है और कल (15 दिसंबर) भी कुछ लोगों के निकाले जाने की उम्मीद है। सबसे अहम बात यह है कि किसी को भी, यह नहीं पता कि यह नया रिस्ट्रक्चर क्या है और इसका क्या मतलब है। मुझे लगा था कि हम एक कंपनी के रूप में अच्छा कर रहे हैं।”
यह भी पढ़ें- IT Stocks: आईटी शेयरों में लौटी रौनक, एनालिस्ट्स बोले- ‘अभी खरीदा तो लंबे समय तक कमाएंगे मुनाफा’
छंटनी में कंपनी के कई सीनियर कर्मचारियों की भी नौकरी गई है। छंटनी की सूची में शामिल कर्मचारियों को तुरंत नौकरी छोड़ने पर 2 महीने की एडवांस सैलरी देने का ऑफर किया गया है। वहीं कर्मचारियों को फरवरी के मध्य तक काम करने का विकल्प भी दिया है यदि वे चाहें तो को। थर्ड वेव में निखिल कामत के अलावा अनएकेडमी के गौरव मुंजाल और रोमन सैनी ने भी किया निवेश किया है।
कंपनी के एक अधिकारी ने बताया, “थर्ड वेव कॉफी ने एक रणीनित समीक्षा के अपनी सभी टीमों को मजबूत बनाने का फैसला किया है। इसके लिए एक रिस्ट्रक्चर का फैसला किया गया है, जिसका असर कंपनी के 10 प्रतिशत से भी कम कर्मचारियों पर पड़ेगा। हालिया फंडिंग राउंड के बाद हम एक संगठन के रूप में मजबूत स्थिति में हैं। हम TWC को भारत का सबसे पसंदीदा कॉफी ब्रांड बनाने के लिए विस्तार करना जारी रखेंगे।”