भारत के निफ्टी-500 (Nifty 500) इंडेक्स ने पिछले 10 सालों के दौरान दुनिया के अधिकतर इंडेक्सों को रिटर्न देने के मामले में पीछे छोड़ दिया है। मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के नैस्डेक-100 (Nasdaq 100) को छोड़कर बाकी दुनिया के सभी प्रमुख इंडेक्सों का पिछले 10 सालों में रिटर्न निफ्टी-500 से कम रहा है। मोतीलाल ओसवाल ने 31 दिसंबर 2013 से 31 दिसंबर 2023 तक के आंकड़ों का अध्ययन किया है।
इस दौरान नैस्डैक 100 ने भारतीय रुपये के संदर्भ में लगभग 21.5 प्रतिशत का रिटर्न दिया। वहीं निफ्टी 500 ने 16% का रिटर्न दिया और दूसरे स्थान पर रहा। इसकी तुलना में, S&P 500, MSCI इमर्जिंग मार्केट्स, और MSCI EAFE (अमेरिका से विकसित बाजार) की ग्रोथ रेट क्रमशः 15.4 प्रतिशत, 6.1 प्रतिशत और 7.9 प्रतिशत थी।
मोतीलाल ओसवाल AMC में पैसिव फंड्स के हेड, प्रतीक ओसवाल ने कहा, “निफ्टी 500 इंडेक्स, निवेश के लिए एक शानदार विकल्प के रूप में सामने आता है, जो भारतीय शेयर बाजार में 90 प्रतिशत से अधिक मार्केट कैप कवरेज के साथ व्यापक एक्सपोजर मुहैया कराता है। इंडेक्स ने बुल रैली के दौरान निफ्टी-50 से भी बेहतर रिटर्न देने का ट्रेंड दिखाया है। साथ ही इसने गिरावट के दौरान निफ्टी 50 से अधिक लचीलापन भी दिखाया है। खासतौर से मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों के तुलना में।”
हालांकि, जब घरेलू सूचकांकों से तुलना की जाती है, तो एनर्जी इंडेक्स 17.8 प्रतिशत के रिटर्न के साथ चार्ट में सबसे ऊपर है। इसके बाद फाइनेंशियल सर्विसेज और आईटी ने क्रमशः 17.2 प्रतिशत और 16.3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
लार्ज, मिडकैप और स्मॉलकैप में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स ने सबसे ज्यादा 20.3 फीसदी का रिटर्न दिया। इसके बाद निफ्टी स्मॉलकैप 100 ने 17.3 फीसदी का रिटर्न दिया।