Neha Murder Case: कर्नाटक कांग्रेस के पार्षद निरंजन हिरेमथ ने मंगलवार (23 अप्रैल) को अपनी 23 वर्षीय बेटी नेहा की कॉलेज कैंपस में हत्या के बाद कर्नाटक सरकार के खिलाफ बोलने के लिए माफी मांग ली। उन्होंने मांग की है कि उनकी बेटी जैसे मामलों से निपटने के लिए एक कानून बनाया जाए और फास्ट-ट्रैक कोर्ट का नाम नेहा हिरेमथ के नाम पर रखा जाए। साथ ही उन्होंने अपनी बेटी के हत्यारे के लिए एनकाउंटर या फांसी की सजा की मांग की। निरंजन हिरेमथ ने कहा कि वह मामले में पीछे नहीं हटेंगे और न ही हार मानेंगे। बेटी के कातिल को सजा दिलवा कर ही रहेंगे। नेहा हिरेमथ के पिता हुबली-धारवाड़ नगर निगम से कांग्रेस के पार्षद हैं।
न्यूज 18 के मुताबिक उन्होंने कहा, “एनकाउंट या फांसी ही एकमात्र विकल्प है (आरोपी के लिए)। मैंने अपनी नेहा से उसकी समाधि पर वादा किया है कि मैं हार नहीं मानूंगा।” हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कांग्रेस पार्षद की बेटी की 18 अप्रैल को बीवीबी कॉलेज के कैंपस में उसके पूर्व सहपाठी फयाज खोंडुनाइक ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
जैसे ही सांप्रदायिक आरोप लगाए गए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि हत्या के पीछे व्यक्तिगत कारण थे। हालांकि इससे पहले, निरंजन हिरेमथ ने दावा किया था कि उनकी बेटी की हत्या “लव जिहाद” के कारण की गई थी। हिरेमथ ने कहा था कि जबरन वैवाहिक धर्म परिवर्तन बहुत तेजी से फैल रहा है। उन्होंने पूछा- “यह लव जिहाद नहीं तो क्या है?”
सीएम ने निरंजन से फोन पर की बात
सिद्धारमैया ने मंगलवार को नेहा हिरेमथ के पिता निरंजन हिरेमथ से फोन पर बात की और उनकी बेटी की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें भरोसा दिया कि वह उनके साथ खड़े हैं। मुख्यमंत्री ने निरंजन हिरेमथ को इस मामले को आपराध जांच विभाग (CID) को सौंपने और जल्द सुनवाई होने के लिए एक विशेष अदालत स्थापित करने के सरकार के फैसले से अवगत कराया।
सिद्धारमैया ने हिरेमथ से फोन पर कहा, “निरंजन…बहुत खेद है। हम आपके साथ खड़े हैं।” इस दौरान राज्य के कानून एवं संसदीय मामलों के मंत्री एचके पाटिल हिरेमथ के घर में मौजूद थे। पीटीआई के मुताबिक, सिद्धारमैया ने पाटिल के फोन पर कॉल कर हिरेमथ से बात की। उन्होंने इस दौरान मामले की जांच CID को सौंपने और जल्द सुनवाई करने के लिए एक विशेष अदालत की स्थापना करने की जानकारी दी।
सिद्धारमैया ने कहा, “यह एक गंभीर अपराध है…एक विशेष अदालत स्थापित करके हम आरोपी को सजा दिलवाएंगे।” हिरेमथ ने मामले को सीआईडी को सौंपने और एक विशेष अदालत स्थापित करने के लिए अपने परिवार के शुभचिंतकों और समुदाय की ओर से सिद्धारमैया को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, “जल्द से जल्द आदेश सुनिश्चित करें और हमें न्याय प्रदान करें।” नेहा के पिता ने पाटिल, राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर, स्थानीय कांग्रेस विधायक प्रसाद अब्बय्या और अन्य को भी उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। हिरमेथ से सिद्धारमैया ने कहा, “हम इसे यथाशीघ्र सुनिश्चित करेंगे।”
18 अप्रैल को हुई थी हत्या
23 वर्षीय नेहा हिरेमथ की 18 अप्रैल को धारवाड़ के बीवीबी कॉलेज कैंपस में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद आरोपी फयाज खोंडुनाइक मौके से भाग गया, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। नेहा मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की प्रथम वर्ष की छात्रा थी और फैयाज पहले उसका सहपाठी रह चुका था।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को घोषणा की थी कि उनकी सरकार ने हुबली में हुई छात्रा की हत्या के मामले की जांच सीआईडी को सौंपने का फैसला किया है। साथ ही मामले का जल्द निपटारा करने के लिए एक विशेष अदालत का गठन किया जाएगा।
इस हत्याकांड को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। सत्तारूढ़ दल ने इसे निजी विवाद के कारण हुई घटना करार दिया। जबकि BJP ने इसे ‘लव जिहाद’ का मामला बताया है और कहा है कि ये राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का प्रमाण है।