Motisons Jewellers IPO : जयपुर के मोतीसंस ज्वेलर्स का आईपीओ कल यानी 18 दिसंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है। इसके लिए 52-55 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। निवेशकों के पास इसमें 20 दिसंबर तक निवेश का मौका होगा। कंपनी आईपीओ के जरिए 151.09 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। कंपनी ने एंकर निवेशकों से 36.3 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। इस बीच ग्रे मार्केट से भी इश्यू का शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। आज यह इश्यू अनलिस्टेड मार्केट में 192.73 फीसदी के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या निवेशकों को इस आईपीओ में निवेश करना चाहिए? आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स की राय।
क्या आपको करना चाहिए निवेश?
इस आईपीओ में निवेश को लेकर एक्सपर्ट्स ने मिली-जुली राय दी है। इंडसेक सिक्योरिटीज और स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड ने मोतीसंस ज्वैलर्स आईपीओ को “Apply” रेटिंग दी है। वहीं, Chittorgarh के कंट्रीब्यूटिंग एडिटर दिलीप दावड़ा का कहना है कि इस आईपीओ में अप्लाई किया जा सकता (May Apply) है। इसके अलावा, कैपिटल मार्केट ने इसे Avoid करने की सलाह दी है।
दिलीप दावड़ा ने कहा कि कंपनी बहुत अधिक कंपटीटिव और खंडित सेगमेंट में काम कर रही है। इसका ऑपरेशन अब तक राजस्थान के जयपुर शहर तक ही सीमित है। इसने उतार-चढ़ाव वाले मार्जिन के साथ अपनी टॉप लाइन में वृद्धि दर्ज की है। उन्होंने कहा कि निवेशक मध्यम अवधि के लिए आईपीओ में मॉडरेट फंड निवेश कर सकते हैं।
आईपीओ से जुड़ी डिटेल
इस आईपीओ के लिए लॉट साइज 250 शेयरों का है। खुदरा निवेशकों को कम से कम 13,750 रुपये का निवेश करना होगा। मोतिसंस ज्वेलर्स के आईपीओ के तहत 2.74 करोड़ फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसमें ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत कोई बिक्री नहीं होगी। इसका मतलब है कि आईपीओ से होने वाली पूरी आय कंपनी के पास जाएगी।
ऑफर साइज का आधा हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 फीसदी हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल के लिए और शेष 35 फीसदी शेयर रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है।
कंपनी के बारे में
मोतिसंस ज्वेलर्स ने 1997 में जयपुर में एक शोरूम के साथ अपना ज्वेलरी बिजनेस शुरू किया और बाद में मोतिसंस ब्रांड के तहत 4 शोरूम तक नेटवर्क का विस्तार किया। कंपनी ने पिछले वर्षों में बेहतर वित्तीय आंकड़े दर्ज किए हैं। मार्च FY23 को समाप्त वर्ष में नेट प्रॉफिट 50.5 फीसदी बढ़कर 22.2 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, रेवेन्यू पिछले वर्ष की तुलना में 16.5 प्रतिशत बढ़कर 366.2 करोड़ रुपये हो गया। जून FY24 को समाप्त पहली तिमाही में मुनाफा 86.7 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर 5.5 करोड़ रुपये दर्ज किया गया।