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Moody’s का अनुमान, चालू वित्त वर्ष में इस रफ्तार से बढ़ेगी भारत की इकॉनोमी

देश में फिलहाल लोकसभा चुनाव का मौहाल बना हुआ है। लोकसभा चुनाव के चार चरणों के लिए मतदान हो चुका है। वहीं अभी तीन चरणों के लिए मतदान होना बाकी है। इस बीच लोगों की नजरें देश की अर्थव्यवस्था पर भी बनी हुई है। लोग अर्थव्यवस्था के लिए एक स्थिर सरकार की मांग कर रहे हैं। इस बीच रेटिंग एजेंसियां भी भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अपने अनुमान सामने रख रही है। वहीं अब मूडीज रेटिंग्स की ओर से देश की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ को लेकर अनुमान लगाया गया है।

मूडीज रेटिंग्स भारतीय अर्थव्यवस्था पर बुलिश बना हुआ है। मूडीज रेटिंग्स की ओर से मंगलवार को कहा गया कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.6 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि तेज आर्थिक वृद्धि के साथ मजबूत ऋण मांग से एनबीएफसी क्षेत्र की लाभप्रदता को समर्थन मिलेगा।

लागत का प्रभाव

मूडीज रेटिंग्स ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि मार्च, 2025 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था 6.6 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष में 6.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। इससे एनबीएफसी में मजबूत ऋण वृद्धि होगी, जिससे उनकी प्रॉफिटेबिलिटी पर बढ़ती वित्तपोषण लागत का प्रभाव कम हो जाएगा।’’

कर्ज का बोझ

वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था के आठ प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों पर एक टिप्पणी में मूडीज ने कहा कि मजबूत आर्थिक स्थिति उन्हें संपत्ति की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करेगी। हालांकि, ब्याज दरों में वृद्धि से उनके ग्राहकों पर कर्ज का बोझ बढ़ सकता है।

लागत बढ़ रही

टिप्पणी में कहा गया कि भारत में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के लिए वित्तपोषण की लागत बढ़ रही है, लेकिन देश की मजबूत आर्थिक वृद्धि से प्रेरित ऋण मांग इस क्षेत्र की लाभप्रदता का समर्थन करेगी।

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