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Mobikwik IPO: रहेगा ब्लॉकबस्टर या हो जाएगा फ्लॉप? क्या उम्मीद जता रहे हैं एनालिस्ट्स

पेमेंट प्लेटफॉर्म वन मोबीक्विक सिस्टम्स (One MobiKwik Systems) ने IPO के लिए एक बार फिर मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर जमा किए हैं। कंपनी ने दो साल पहले भी आईपीओ लाने का इरादा बनाया था लेकिन कमजोर मार्केट सेंटिमेंट के चलते फैसले को टाल दिया था। नए ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक, मोबीक्विक का आईपीओ 700 करोड़ रुपये का हो सकता है। पहले इसने 1900 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए करीब ढाई साल पहले जुलाई 2021 में सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया था।

मोबिक्विक में Peak XV Partners और Abu Dhabi Investment Authority का निवेश है। एनालिस्ट्स इस आईपीओ लेकर बुलिश हैं क्योंकि टाइमिंग काफी अच्छी है। इस वक्त निवेशक जोखिम लेने के मूड में हैं। मार्केट्समोजो एसेट मैनेजमेंट में चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर सुनील दमानिया का कहना है कि वर्ष 2021 फिनटेक के लिए अच्छा नहीं था। 2024 में भावना बदल रही है। अभी ट्रेडर्स जोखिम लेने के मूड में हैं। ऐसे में कोई भी आईपीओ अच्छा प्रदर्शन करेगा। कई लोग सिर्फ भावनाओं पर सवार होंगे।

मनीधन इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी के फाउंडर और मुख्य निवेश रणनीतिकार सुजीत सालुंखे के मुताबिक, अन्य आईपीओ का उद्देश्य ऋण चुकाना या प्रमोटर्स को बाहर निकलने देना है। वहीं मोबिक्विक आय को वापस व्यवसाय में निवेश कर रहा है। पेटीएम के आईपीओ क्रैश के बाद मैनेजमेंट को वास्तविकता का पता चल गया है। इस बार कोई भी मौजूदा निवेशक शेयर नहीं बेचेगा। आईपीओ ब्लॉकबस्टर हो सकता है लेकिन कमजोर बैलेंस शीट के कारण लॉन्ग टर्म आउटलुक अच्छा नहीं है। स्टॉकबॉक्स के रिसर्च हेड मनीष चौधरी को आईपीओ के लिए अच्छा रुझान दिखता है, बशर्ते कि इश्यू का प्राइस उचित हो।

अभी नहीं तो और 2 साल करना होगा इंतजार

इसके विपरीत, कुछ लोगों ने मोबिक्विक के आईपीओ के समय को मजबूरी करार दिया है। एक एनालिस्ट का कहना है कि कंपनी बिजनेस आउटलुक के संदर्भ में अपनी कमजोरी जानती है। अभी मोमेंटम है और वे भाग्य के सामने झुक रहे हैं। अगर वे अभी आईपीओ नहीं लाते हैं तो उन्हें दो साल और इंतजार करना होगा।

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Mobikwik IPO की डिटेल्स

मोबीक्विक के 700 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी करने की योजना है यानी कि मौजूदा शेयरधारक ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत कंपनी में अपनी हिस्सेदारी हल्की नहीं करेंगे। हालांकि कंपनी लीड मैनेजर्स की सलाह पर आईपीओ से पहले 140 करोड़ रुपये के शेयरों का प्लेसमेंट रख सकती है जिससे आईपीओ का इश्यू साइज घट सकता है। अब आईपीओ के पैसों के इस्तेमाल की बात करें तो 250 करोड़ रुपये फाइनेंशियल सर्विसेज की ग्रोथ, 135 करोड़ डेटा और टेक्नोलॉजी इनवेस्टमेंट, 70.28 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पेमेंट डिवाइसेज के कैपिटल एक्सपेंडिचर की फंडिंग और बाकी रुपये का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।

14 साल पुरानी मोबिक्विक का दावा है कि वित्त वर्ष 2024 की जून तिमाही और सितंबर तिमाही में इसका शुद्ध मुनाफा क्रमशः 3 करोड़ रुपये और 5 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी को वित्त वर्ष 2023 में 83 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। इससे पहले वित्त वर्ष 2022 में 128 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

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