Maxposure IPO Listing: कल 23 जनवरी को ऐसी कंपनी की शेयर मार्केट में एंट्री होने वाली है जिसके आईपीओ को लेकर निवेशकों ने धांसू रिस्पांस दिखाया था। मैक्सपोजर के 20 करोड़ रुपये के आईपीओ को 987 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला था और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1034 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। इस इश्यू के तहत 33 रुपये के भाव पर सिर्फ नए शेयर जारी हुए हैं। अब ग्रे मार्केट में एक्टिविटी की बात करें तो इसके शेयर 80 रुपये यानी 242.42 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं यानी कि निवेशकों को 242 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन मिलने की गुंजाइश है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय शेयरों की एंट्री लिस्टिंग के दिन मार्केट के सेंटिमेंट और कंपनी की कारोबारी सेहत पर निर्भर करती है। इसके शेयरों की NSE SME पर लिस्टिंग होनी है।
Maxposure IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
मैक्सपोजर का 20.26 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 15-17 जनवरी के बीच खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 987.47 गुना भरा था जिसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 162.35 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1947.55 गुना, खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1034.23 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 61.40 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वयरलेस स्ट्रीमिंग सर्वर और पेटेंडेड इनविसेओ ट्रे टेबल के लिए यूरोपियन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (EASA) और फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) से सर्टिफिकेट हासिल करने से जुड़े खर्चों के साथ-साथ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Maxposure के बारे में डिटेल्स
अगस्त 2006 में बनी मैक्सपोजर कस्टम एडिटिंग, मेटाडेटा क्रिएशन, डुप्लिकेशन, ऑडियो एंहेंसमेंट, एनकोडिंग/ट्रांसकोडिंग और पोस्ट प्रोडक्शन जैसी सर्विसेज मुहैया कराती है। इसकी सर्विसेज को मुख्य रूप से चार ग्रुप इनफ्लाइट एंटरटेनमेंट, कंटेंट मार्केटिंग, टेक्नोलॉजी और एडवरटाइजिंग में बांटा जा सकता है। इसके ऑफिस दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु और कोलकाता में हैं। कंपनी ने न सिर्फ भारत में बल्कि भारत के बाहर भी प्रोजेक्ट पर काम किया है जैसे कि गल्फ एयर (किंगडम ऑफ बहरीन), एयर अरबिया (शारजाह), जजीरा एयरवेज (कुवैत)। 31 अक्टूबर 2023 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इसके 81 एंप्लॉयीज हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 36.22 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 34.96 लाख रुपये और वित्त वर्ष 2023 में तेजी से उछलकर 4.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी सालाना 22 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 33.56 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अब इस वित्त वर्ष की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2023 में कंपनी को 45.26 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 20.59 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।