Market Move :22 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में मिड और स्मॉलकैप शेयरों पिछले हफ्ते के नुकसान की कुछ भरपाई की और सेंसेक्स-निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन किया। अच्छे ग्लोबल और घरेलू संकेतों से बाजार को सपोर्ट मिला। इस सप्ताह, बीएसई सेंसेक्स 188.51 या 0.25 फीसदी बढ़कर 72,831.94 पर और निफ्टी 50 इंडेक्स 73.45 अंक या 0.33 फीसदी बढ़कर 22,096.80 पर बंद हुआ। सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 5.4 फीसदी बढ़ा, निफ्टी ऑटो और मेटल सूचकांकों में 4 फीसदी की तेजी देखने को मिली। जबकि निफ्टी आईटी इंडेक्स में 6 फीसदी की गिरावट आई।
ब्रॉडर मार्केट की बात करें तो बीएसई स्मॉल-कैप, मिड-कैप और लार्ज-कैप इंडेक्स 1.8 फीसदी, 1.4 फीसदी और 0.6 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुए। इस हफ्ते में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने अपनी बिकवाली बढ़ा दी। उन्होंने इस दौरान 8,365.53 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 19,351.62 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
22 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में करीब 2 फीसदी की तेजी रही। मनोज वैभव जेम्स एन ज्वैलर्स, ईमुधरा, वाडीलाल इंडस्ट्रीज, धानी सर्विसेज, जेनसोल इंजीनियरिंग, रिलायंस पावर, सोभा, द अनूप इंजीनियरिंग, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वान एनर्जी, प्राज इंडस्ट्रीज, स्किपर, जयसवाल नेको इंडस्ट्रीज और फाइव-स्टार बिजनेस फाइनेंस में 15-42 फीसदी की तेजी देखने को मिली। वहीं, दूसरी तरफ टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, एम के प्रोटीन्स, जय बालाजी इंडस्ट्रीज, पीसी ज्वैलर, सनमित इंफ्रा, गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट्स और डीबी रियल्टी में 10-20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि अगला कारोबारी हफ्ता छोटा होने और डेरिवेटिव की मंथली एक्सपायरी होने के कारण हमें कुछ वोलैटिलिटी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के ऊपरी स्तरों पर कंसोलीडेट होने की संभावना है। इसके अलावा, अमेरिकी जीडीपी डेटा और दूसरे अहम आर्थिक आंकड़ों पर बाजार की नजर रहेगी।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि शुक्रवार को, डेली चार्ट पर दोजी फॉर्मेशन के बाद निफ्टी में दो दिनों की रिकवरी देखने को मिली ये बाजार में बुल्स की वापसी का संकेत है। इसके अलावा, निफ्टी 55-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज को फिर से हासिल कर लिया है। हालांकि कि निफ्टी को 22,525 के अपने लाइफ टाइम हाई की तरफ बढ़ने के लिए 22,100 को स्तर को पार करके मजबूती दिखानी होगी।
शेयरखान के जतिन गेडिया ने कहा कि डेली चार्ट देखने पर पता चलता है कि निफ्टी 22526 से 21710 तक की गिरावट की भरपाई करने की कोशिश कर रहा है। इसके अहम रिट्रेसमेंट लेवल 22118 – 22214 पर हैं। किसी गिरावट में 21900 – 21880 को जोन में फिर खरीदारी लौटती दिखी है जो 20-ऑवर मूविंग एवरेज भी है। रिट्रेसमेंट प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं हुई है और इसलिए रैली जारी रह सकती है।
डेली और ऑवरली इंडीकेटर अलग-अलग संकेत दे रहे हैं। ऐसे में इंडेक्स में कंसोलीडेशन की उम्मीद दिख रही। इस कंसोलीडेशन की रेंज 22,200-21,900 के बीच रह सकती है। इस अवधि के दौरान चुनिंदा शेयरों में एक्शन देखने को मिल सकता है।
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