बीजेपी की अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन दिल्ली की सभी 7 सीटों पर जीत हासिल करेगा। News18 के मेगा ओपिनियन पोल में यह अनुमान पेश किया गया है। सर्वे के मुताबिक, एनडीए को 58 पर्सेंट वोट मिलने की संभावना है, जबकि I.N.D.I.A गठबंधन को 39 पर्सेंट वोट मिलेंगे। हालांकि, सर्वे की मानें तो विपक्षी गठबंधन कोई सीट नहीं जीत पाएगा। दिल्ली की लोकसभा सीटों में चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तर-पूर्व दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली शामिल हैं। इनमें से एक सीट अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है।
बीजेपी ने 2 मार्च को दिल्ली के लिए 5 उम्मीदवारों को ऐलान किया था। पहली लिस्ट में जिन उम्मीदवारों की घोषणा की गई, उनमें बांसुरी स्वराज, प्रवीण खंडेलवाल, मनोज तिवारी, रामवीर सिंह बिधूड़ी और कमलजीत सहरावत शामिल हैं। दूसरी लिस्ट में पार्टी ने 7 में 6 निर्वतमान सांसदों का टिकट काट दिया। हर्ष मल्होत्रा पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे, जबकि योगेंद्र चंदोलिया उत्तर-पश्चिम दिल्ली से उम्मीदवार होंगे।
इस बीच खबर है कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने उत्तरपूर्वी दिल्ली सीट की उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लिया है। आप नेता संदीप पाठक ने बताया, ‘ आप के कुल 23 लोकसभा उम्मीदवार होंगे, जिनमें से 5 का पहले ही ऐलान हो चुका है। आज हम 5 और उम्मीदवारों का ऐलान कर रहे हैं, जिनमें 4 दिल्ली से हैं, जबकि हरियाणा के लिए एक उम्मीदवार के नाम की घोषणा की गई है। सोमनाथ भारती नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि सही राम दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार होंगे। महाबल मिश्रा पश्चिम दिल्ली से और कुलदीप कुमार पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार होंगे। इसके अलावा, सुशील गुप्ता हरियाणा की कुरुक्षेत्र सीट से चुनाव लड़ेंगे।’
कांग्रेस और आप ने दिल्ली में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है। समझौते के मुताबिक, आप चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस बाकी तीन सीटों पर उम्मीदवार पेश करेगी। आम तौर पर दिल्ली में एक ही चरण में लोकसभा चुनाव हो जाते हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में दिल्ली में 12 मई को वोटिंग हुई थी और यहां मतदान 60.60 पर्सेंट था।