उत्तर-पूर्व के अरुणाचल प्रदेश में एक गांव ऐसा भी है, जहां सिर्फ एक वोटर के लिए चुनाव कराए जाएंगे। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने 18 अप्रैल को बताया कि प्रदेश के मालोगम गांव तक पहुंचने के लिए आयोग की टीम को काफी मशक्त करनी पड़ी। इस गांव की एकमात्र वोटर सोखेला तयांग (Sokhela Tayang) हैं, जिनकी उम्र 44 साल है।
इस गांव तक पहुंचने के लिए चुनाव आयोग के अधिकारियों ने सुरक्षा बलों के साथ मिलकर तकरीबन 40 किलोमीटर की पैदल यात्रा की। चीन की सीमा के पास मौजूद इस गांव में तयांग एकमात्र वोटर हैं। चुनाव आयोग की टीम को 52-मालोगम पोलिंग स्टेशन तक पहुंचने के लिए पहाड़ी इलाकों से गुजरते हुए लंबी पैदल यात्रा करनी पड़ी। यह पोलिंग स्टेशन हेलियांग विधानसभा क्षेत्र और अरुणाचल ईस्ट लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है।
चुनाव आयोग की टीम तब तक इस गांव में रहेगी, जब तक तयांग अपना वोट नहीं डाल देतीं। इसके बाद वे अपने साजो-सामान के साथ अपने मुख्य ठिकाने तक लौट जाएंगे। तयांग अविवाहित हैं और उनके माता-पिता कुछ साल पहले गुजर चुके हैं। उनके गांव से एक पहाड़ी के बाद चीन की सीमा शुरू हो जाती है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर चुनाव होंगे।