उत्तर प्रदेश के चर्चित लोकसभा क्षेत्र अमेठी और रायबरेली में नामांकन की अवधि खत्म होने में सिर्फ तीन दिन का समय बचा हुआ है, लेकिन कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवारों को लेकर अब भी संशय बना हुआ है। पिछले कई दिनों से इसको लेकर अटकलें जारी है कि इन दोनों सीट से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकते हैं। अमेठी लोकसभा सीट से उम्मीदवार के रूप में गांधी परिवार के सदस्य के नाम की घोषणा न होने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गौरीगंज में केंद्रीय कार्यालय में आज से धरना शुरू कर दिया। सूत्रों का कहना है कि पार्टी अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों पर निर्णय लेने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है और जल्द ही नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
अमेठी और रायबरेली में 26 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो तीन मई तक चलेगी। लेकिन कांग्रेस की ओर से अब तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अमेठी से एक बार फिर उम्मीदवार घोषित किया है। स्मृति ने 29 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र भी दाखिल किया। बीजेपी ने रायबरेली से अभी अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।
न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से कहा, कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ने पिछले दिनों पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में नेतृत्व से आग्रह किया था कि अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव लड़ना चाहिए। हालांकि, इस पर कोई फैसला नहीं हुआ।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी और अमेठी और रायबरेली के स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने पिछले दिनों नेतृत्व से आग्रह किया था कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इन सीट से चुनाव लड़ना चाहिए।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस बार रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और वह राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने दो दशक तक रायबरेली संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
राहुल गांधी 2004 से 2019 तक अमेठी से लोकसभा सदस्य रहे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
पिछले दिनों गाजियाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब राहुल गांधी से अमेठी से चुनाव लड़ने के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में होगा और पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उसे मानेंगे।
राहुल गांधी केरल के वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जहां शुक्रवार को मतदान संपन्न हो गया।