Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) को लेकर ये कहा जाता है कि ये पार्टी हमेशा चुनावी मोड में होती है, यानि इसे कभी भी चुनाव मैदान में उतार लीजिए, ये हमेशा तैयार रहेगी। अब देखिए इधर राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा हुई और इसके तीन दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से चुनावी बिगुल फूंक दिया और BJP ने अपना चुनाव अभियान भी शुरू कर दिया। पार्टी ने इस अभयान की थीम दी है- ‘सपने नहीं हकीकत बुनते हैं, तभी तो सब मोदी को चुनते हैं।’ बुलंदशहर में PM मोदी ने पश्चिमी यूपी को विकास के लिए 19 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट भी दिए। इस दौरान उन्होंने एक बड़ी बात कही- मोदी चुनाव का नहीं विकास का बिगुल फूंकता है।
उन्होंने कहा, “मोदी चुनाव का नहीं…विकास का बिगुल फूंकता रहता है। समाज के आखिरी व्यक्ति के कल्याण के लिए बिगुल फूंकता रहता है। चुनाव की बिगुल फूंकने की मोदी को न पहले जरूरत थी, न आज जरूरत है, न आगे जरूरत है। मोदी के लिए तो जनता जनार्दन बिगुल फूंकते रहती है।”
‘सांप तो निकल गया, अब लकीर पीटने से क्या फायदा’
अब थोड़ा विपक्षी खेमे की तरफ भी एक नजर डाल लेते हैं, उनकी स्थिति इस वक्त ये है कि ‘न नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी।’ आप BJP और मोदी को टक्कर देने की बात तो करते हैं, लेकिन जनवरी खत्म होने में अब सिर्फ चार दिन बाकी है और I.N.D.I.A. गठबंधन के भीतर सीट शेयरिंग तो दूर की बात है, आपसी साथी ही अब अलग होते दिख रहे हैं।
अगर ऐसे ही हालात रहे, तो विपक्ष की हालात वो न हो जाए कि सांप तो निकल गया, अब लकीर पीटने से क्या फायदा, यानि समय निकल गया और आप बस सीट शेयरिंग और आपसी उठापटक में ही उलझे न रह जाएं।
पश्चिम बंगाल और पंजाब में झटके के बाद, ऐसे लगता है कि विपक्ष के गठबंधन को अगला धक्का बिहार से लगेगा। BJP नेता सुशील मोदी ने एक ऐसा संकेत दे दिया, जिससे ये अटकलें और तेज हो गई कि नीतीश कुमार एक बार फिर से BJP का दामन थाम सकते हैं।
मोदी ने कहा कि अगर केंद्रीय नेतृ्त्व नीतीश कुमार के साथ जाने का फैसला करता है, तो BJP की राज्य इकाई को कोई समस्या नहीं होगी। इस बीच, मोदी समेत बिहार बीजेपी के शीर्ष नेताओं को पार्टी आलाकमान ने भी दिल्ली बुला लिया है।
अब बात करते हैं राहुल गांधी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बीच चल रही जुबानी जंग को लेकर। राहुल की भारत जोड़ो यात्रा अब असम से निकल कर पश्चिम बंगाल में एंटर कर चुकी है। उसे लेकर हिमंत बिस्वा सरमा ने एक गंभीर आरोप लगाया कि इस यात्रा में कांग्रेस ने राहुल गांधी की जगह उनके हमशक्ल का इस्तेमाल किया था। साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि इस यात्रा के जरिए कांग्रेस राज्य में सांप्रदायिक दंगे भड़काना चाहती थी।”