लोकसभा चुनावों के लिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस (Congress) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर हो रही बातचीत का हाल पंजाब जैसा ही नजर आ रहा है। आम आदमी पार्टी दिल्ली की कुल 7 लोकसभा सीटों में से सिर्फ एक सीट कांग्रेस को देना चाहती है। आप के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने कहा कि कांग्रेस सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत में उत्साह नहीं दिखा रही है।
उन्होंने कहा, ‘आम आदमी पार्टी ने विधानसभा और नगर निकाय चुनावों की परफॉर्मेंस के आधार पर दिल्ली में कांग्रेस को लोकसभा की एक सीट देने की पेशकश की है। अगर कांग्रेस हमारे प्रस्ताव से सहमत नहीं होती है, तो हम अपने 6 उम्मीदवारों का ऐलान कर देंगे।’ पाठक ने बताया कि इस सिलसिले में 8 और 12 जनवरी को सकारात्मक माहौल में बात हुई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। आप ने दिल्ली, पंजाब और अन्य राज्यों को लेकर बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए तीसरी बैठक की पेशकश की थी, लेकिन यह बैठक नहीं हो पाई।
उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी कांग्रेस के साथ बातचीत को लेकर काफी इच्छुक थी, लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने राहुल गांधी की यात्रा का हवाला देकर इसमें लगातार देरी की। आखिरकार, जब हमने कांग्रेस के कुछ सीनियर नेताओं से बात की, वे इस तरह की किसी बैठक से वाकिफ नहीं थे। इस रवैये के साथ चुनाव जीतना काफी मुश्किल होगा।’ राज्यसभा सांसद का कहना था कि देश के हितों को ध्यान में रखते हुए जुलाई में विपक्षी गठबंधन तैयार किया गया था और विपक्षी पार्टियों ने अपने निजी एजेंडे को दरकिनार करते हिए राष्ट्र के हित को प्राथमिकता दी थी।
पाठक ने गोवा और गुजरात के लिए उम्मीदवारों का ऐलान करते हुए कहा कि उन्होंने उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन पार्टी के फैसले को स्वीकार करेगा। उनके मुताबिक, आप ने गुजरात की कुल 26 सीटों में से 8 लोकसभा सीटों की मांग की थी और इसका दावा पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी के वोट शेयर के हिसाब से किया गया था। आप का कहना है कि वह पंजाब में अकेले चुनाव लड़ेगी, जहां लोकसभा की 13 सीटे हैं। हालांकि, कांग्रेस के साथ उसकी बातचीत अभी भी चल रही है।