उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक साथ चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। दोनों नेताओं को मंच पर एक साथ देखते ही भीड़ बेकाबू हो गई। फूलपुर की चुनावी जनसभा में कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। हालात यहां तक पहुंच गए कि भीड़ मंच तक पहुंच गई। जिससे धक्का-मुक्की होने लगी। माइक के तार टूट गए। इसके बाद दोनों नेताओं का भाषण नहीं हो सका। इसके बाद दोनों नेताओं ने मंच पर ही आपस में चर्चा की। इस चर्चा में वाराणसी को क्यटो बनाने, बेरोजगारी, महंगाई, चीनी सीमा जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई।
बता दें कि प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सीट रही फूलपुर लोकसभा से इस बार सपा से अमरनाथ मौर्या प्रत्याशी हैं। वहीं इलाहाबाद से कांग्रेस के उज्ज्वल रमण सिंह मैदान में हैं। संबोधन न होने से 44 डिग्री तापमान के बीच रैली में जुटे लोग मायूस और असंतुष्ट होकर घर लौट गए।
अखिलेश-राहुल ने मंच पर की बातचीत
जनसभा में माइक खराब हो जाने के कारण राहुल गांधी और अखिलेश सिंह यादव मंच पर ही आमने-सामने कुर्सी पर बैठ गए। इस दौरान दोनों ने आपस में चुनावी परिचर्चा की। इसका एक वीडियो भी बनाया गया, जिसे सोशल मीडिया में प्रसारित किया गया।
इस बार लोग मन की बात नहीं संविधान की बात सुनेंगे – अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने दावा किया कि राज्य की 80 में 79 सीटों पर वे (सपा-कांग्रेस) इंडिया गठबंधन की जीत मिलेगी। लेकिन सिर्फ एक ‘क्योटो’ सीट पर मुकाबला है। राहुल गांधी ने पूछा कि ‘क्योटो नाम कैसे, क्या ये जापान वाला है? इस पर अखिलेश यादव ने जवाब दिया कि “जो प्रधान सांसद हैं उन्होंने काशी के लोगों को सपना दिखाया था कि यहां (वाराणसी में) दुनिया की सबसे बेहतर स्थिति बनेगी। अब क्योटो बनी या नहीं बनी ये वाराणसी के लोग तय करेंगे और फिर वोट डालेंगे।” सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि इस बार मन की बात नहीं चलेगी। इस बार हमारे-आपकी बात और 140 करोड़ लोगों और संविधान की बात चलेगी।
उत्तर प्रदेश बेरोजगारी का सेंटर बन गया – राहुल गांधी
अखिलेश-राहुल की बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने उत्तर प्रदेश को बेरोजगारी का सेंटर बना दिया है। इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बेरोजगारी पर चर्चा की। यादव ने कैमरामैन से कहा कि भीड़ की तरफ दिखाओ। जिसमें युवा नारेबाजी कर रहे थे। सपा अध्यक्ष ने बताया कि ये वो लोग हैं, जो अग्नीवीर और पेपर लीक से पीड़ित हैं। ये रोजगार चाहते हैं। इन्हें सपना दिखाया गया था लेकिन इन्हें नौकरी नहीं मिली और आज ये खाली हाथ हैं।
मुलायम सिंह के बारे में हुई चर्चा
अखिलेश-राहुल की स चुनावी परिचर्चा में सपा सुप्रीमो दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव के बारे में भी चर्चा हुई। अखिलेश यादव ने कहा कि नेता जी पहले कुश्ती लड़ते थे। लोग उन्हें धरती पुत्र के नाम से जानते हैं। वो जमीन से जुड़े हुए नेता थे। अखिलेश ने बताया कि हॉस्टल में जाने की वजह से वो कुश्ती नहीं सीख पाए। उन्होंने कभी कुश्ती नहीं लड़ी।