पोषक तत्वों से भरपूर कुंदरू की सब्जी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण कई रोगों से बचाव करते हैं। अपनी डाइट में कुंदरू की सब्जी को शामिल कर सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह सब्जी किसी वरदान से कम नहीं है। कुंदरू का वैज्ञानिक नाम कोकिनिया कॉर्डिफोलिया है। कुंदरू को तेंदला, टिंडोला, छोटी लौकी, तेला कुचा जैसे कई नामों से जाना जाता है। कुंदरू औषधीय गुणों की खान है। कुंदरू बेल पर लगने वाला कचरी और परवल जैसा दिखता है।
कुंदरू की सब्जी खाने में काफी स्वादिष्ट लगती है। इसे हार्ट और डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। कुंदरू में ऐसे कई विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। कुंदरू में विटामिन, मिनरल, कैल्शियम, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल जैसे गुण पाए जाते हैं।
डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान है कुंदरू
डायबिटीज के मरीज को बड़ा सोच समझकर खाना पड़ता है। खान-पान में गड़बड़ी से तुरंत ब्लड शुगर बढ़ने लगता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज को खाने में कुंदरू जरूर शामिल करना चाहिए। कुंदरू में एंटी हाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव पाया जाता है। जिससे बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। फिबर से भरपूर इस सब्जी का सेवन करने से पेट को लंबे समय तक भरा रहता है। इसके सेवन से मोटापा भी कम होता है। कुंदरू के साथ-साथ इसकी पत्तियां भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं। इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
मोटापा कम करने के लिए खाएं कुंदरू
अगर आप मोटापे से परेशान हैं और वजह घटाने की सोच रहे हैं तो कुंदरू की सब्जी का सेवन शुरू कर दें। कुंदरू में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे पाचन शक्ति दुरुस्त रहती है। इसे खाने से जल्दी भूख नहीं लगती। जिसके कारण वजन कंट्रोल में रहता है।
कुंदरू के सेवन से बढ़ेगी इम्यूनिटी
कुंदरू में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है। कुंदरू का सेवन करने से शरीर को विटामिन C मिलता है। कुंदरू इम्यूनिटी को मजबूत और शरीर को संक्रमण से बचाने में मददगार है। कुंदरू में आयरन की भी अच्छी मात्रा होती है। आयरन की कमी से थकान महसूस होती है, ऐसे में अगर आप कुंदरू का सेवन करते हैं, तो कमज़ोरी या थकावट दूर रहेगी।
डिस्क्लेमर – यहां बताए गए उपाय सिर्फ सामान्य ज्ञान पर आधारित हैं। इसके लिए आप किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लेने के बाद ही अपनाएं।