अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म KKR ने Avendus Capital में अपनी हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उसने करीब 8 साल पहले एवेंडस कैपिटल में निवेश किया था। उसने हिस्सेदारी बेचने के लिए एक कंसल्टेंट नियुक्त कर दिया है। मामले से जुड़े कई सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। एक सूत्र ने बताया कि केकेआर ने लंबे समय तक एवेंडस कैपिटल में अपना निवेश बनाए रखा। उसका मानना है कि यह पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए उसके लिए सही वक्त है। सूत्र ने यह भी बताया कि केकेआर ने एवेंडस में अपनी नियंत्रण योग्य हिस्सेदारी बेचने के लिए इनवेस्टमेंट बैंक नोमुरा को सलाहकार नियुक्त किया है।
KKR ने 2015 में किया था यह निवेश
केकेआर ने नवंबर 2015 में एवेंडस कैपिटल में कंट्रोलिंग स्टेक लिया था। उसने यह हिस्सेदारी एवेंडस के निवेशकों से खरीदी थी। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि केकेआर ने 58 फीसदी हिस्सेदारी के लिए करीब 11.5-12 करोड़ डॉलर चुकाए थे। इस डील के हिसाब से तब एवेंडस कैपिटल की वैल्यूएशन 20.6 करोड़ डॉलर थी। Acuite Ratings & Research के मुताबिक, 31 मार्च, 2023 को एवेंडस कैपिटल में केकेआर की करीब 63 फीसदी हिस्सेदारी थी। दो दूसरे लोगों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि केकेआर ने एवेंडस कैपिटल में हिस्सेदारी बेचने के लिए नोमुरा को सलाहकार नियुक्त किया है।
यह भी पढ़ें: Zee-Sony Merger रद्द होने के बाद जी को एक और झटका, SEBI ने पकड़ी ₹2 हजार करोड़ की हेराफरी
गाजा कैपिटल का भी एवेंडस में है निवेश
सूत्र ने बताया कि एवेंडस कैपिटल के दूसरे निवेशकों में Gaja Capital और फाउंडिंग ग्रुप के कुछ सदस्य शामिल हैं। हिस्सेदारी बेचने की इस प्रक्रिया में वे भी केकेआर के साथ आ सकते हैं। इस तरह एवेंडस कैपिटल की करीब 70-75 फीसदी हिस्सेदारी बिक्री के लिए उपलब्ध हो सकती है। इस मामले से जुड़े एक चौथे सूत्र ने बताया कि हिस्सेदारी बेचने के लिए प्राइवेट इक्विटी फंडों को प्राथमिकता दी जा सकती है।
हिस्सेदारी खरीदने में विदेशी निवेशक दिखा सकते हैं दिलचस्पी
उन्होंने बताया कि इस डील में जापान जैसे देशों के विदेशी निवेशक भी दिलचस्पी दिखा सकते हैं। इस बारे में पूछे गए सवालों के जवाब देने से केकेआर और नोमुरा ने इनकार कर दिया। एवेंडस कैपिटल ने कहा कि हम पॉलिसी के मुताबिक इस तरह की खबरों पर टिप्पणी नहीं करते। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए गाजा कैपिटल से संपर्क नहीं हो सका।
एवेंडस कैपिटल ने 1999 में शुरू किया था ऑपरेशन
गौरव दीपक (सीईओ), रानू वोहरा (एग्जिक्यूटिव वाइस-चेयरमैन) और कुशल अग्रवाल ने मिलकर एवेंडस ग्रुप की शुरुआत की थी। इसने अपनी फ्लैगशिप कंपनी एवेंडस कैपिटल के जरिए 1999 में ऑपरेशन शुरू किया था। यह इनवेस्टमेंट बैंकिंग, वेल्थ मैनेजमेंट, एसेट मैनेजमेंट, क्रेडिट सॉल्यूशंस और इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज जैसी सेवाएं देती है। यह इंडिया के 10 शहरों के साथ ही अमेरिका और सिंगापुर में मौजूद है। इसके 550-600 एंप्लॉयीज हैं।