नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा एवं पूर्व अध्यक्ष सांसद मनोज तिवारी ने कहा है की दिल्ली की सरकारी स्कूल व्यवस्था पूरी तरह चर्ममरा चुकी है, स्कूल भ्रष्टाचार के केन्द्र बन गये हैं और समाज का आर्थिक रूप से कमजोर पक्ष जिनके बच्चे इन स्कूलों में बहुताय पढ़ते हैं वह शिक्षा की बुनियादी सुविधाएं भी ना मिलने से परेशान हैं। अरूण सिंह ने कहा है की दिल्ली में सरकार भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है और दिल्ली की जनता 25 मई को केजरीवाल सरकार को वोट की ऐसी चोट देगी की आम आदमी पार्टी दिल्ली की राजनीति से साफ हो जायेगी।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की भाजपा लगातार कहती रही है अरविंद केजरीवाल सरकार के शिक्षा को लेकर दावे पूरी तरह तथ्यविहिन हैं और कल माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय में हुई सुनवाई के बाद भाजपा के आरोप सत्यापित हो रहे हैं। सचदेवा ने कहा है की उच्च न्यायालय की सुनवाई एवं न्यायाधीशों की टिपण्णी ने केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल की पोल खोल दी है।
न्यायालय की टिपण्णी अनुसार केजरीवाल सरकार केवल उच्च कोटि की शिक्षा व्यवस्था पर दावों में मस्त रहती है जबकि जमीनी हकीक़त बिल्कुल भिन्न है ने भाजपा के आरोपों को सही साबित किया है। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की केजरीवाल सरकार के दावों के ठीक विपरीत दिल्ली में टीन टप्पर में स्कूल चल रहे हैं, उनमे टूटे डेस्क लगे हैं और किताब, कापी, वर्दी का समय पर ना बटना शर्मनाक है। उन्होने कहा है की मंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया एवं शिक्षा मंत्री सुआतिशी दिल्ली की जनता खासकर गरीबों के प्रति जवाबदेह हैं।
मनोज तिवारी ने कहा है की उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र ने 2020 में अरविंद केजरीवाल को 7 विधायक दिये फिर भी उत्तर पूर्व दिल्ली में शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, जनता केजरीवाल को माफ नही करेगी। उन्होने कहा आज जब केन्द्र सरकार का सर्व शिक्षा अभियान देश के गांव गांव में स्कूल पहुंचा रहा है खेदजनक है की केजरीवाल शिक्षा मॉडल के बड़े दावों के बीच उत्तर पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में एक कक्षा में 144 छात्र पढ़ने को बाध्य। यह अत्यंत दुखद है की सीलमपुर एवं बाबरपुर जिन दो क्षेत्रों के आम आदमी के बड़े विधायक आते हैं खासकर मंत्री गोपाल राय के क्षेत्र में दिल्ली सरकार के स्कूलों की स्थिती सबसे खराब पाई गई है।